शहरी विकास मंत्री से वार्ता के बाद ही हड़ताल होगी समाप्त

- नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल से शहर में जगह-जगह लगा कूड़े का अंबार

DEHRADUN: नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल के चलते शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। इसके साथ ही जन्म प्रमाण पत्र एवं हाउस टैक्स जमा कराने सहित अन्य कार्यो के लिए निगम पहुंचे लोगों को भी खाली हाथ बैरंग वापस लौटना पड़ा। अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त करने को लेकर अब निगम कर्मचारियों ने नई पारी खेलनी शुरू कर दी है। कर्मचारी अब शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के फैसले का इंतजार कर रहे हैं, हालांकि मंत्री झारखंड दौरे पर हैं। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि मंत्री के प्रदेश में वापस लौटने तक व्यवस्थाओं का पटरी पर लौटना मुश्किल है।

मंत्री के फैसले का इंतजार

निगम कर्मचारी मंत्री के फैसले का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उसमें भी यदि फैसला निगम कर्मियों के हित में नहीं आता है, तो हड़ताल समाप्त नहीं की जाएगी। निगम कर्मी पहले ही कह चुके हैं, कि अब आश्वासन से नहीं बल्कि जिओ की कॉपी हाथ में आने के बाद ही हड़ताल समाप्त की जायेगी।

फरियादी काटते रहे निगम के चक्कर

निगम कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जन्म प्रमाण पत्र एवं टैक्स जमा कराने नगर निगम पहुंचे फरियादी दरवाजों पर ताला लटका देख उल्टे पैर वापस लौटे। राजपुर रोड से पोते का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने नगर निगम पहुंचे किशन सिंह को बैरंग वापस लौटना पड़ा। किशन ने कहा कि उनके पोते को दिल्ली के एक स्कूल में एडमिशन लेना है। इसलिए वे जन्म प्रमाण पत्र बनवाने आए हैं। निगम कर्मियों की हड़ताल के चलते काम नहीं हो पाया।

शहर में जगह-जगह लगा कूड़े का अंबार

निगम कर्मचारियों की दो दिन की हड़ताल के चलते शहर के सहस्त्रधारा रोड, रिस्पना, धर्मपुर, रेसकोर्स, डीएलरोड क्षेत्र में कूड़ा नहीं उठ पाया। जिससे राह चलने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कूड़े से दुर्गध उठने के कारण लोगों को यहां से गुजरना दूभर हो गया।

जिओ की कॉपी हाथ में आने के बाद ही हड़ताल समाप्त की जायेगी। इसके अलावा शहरी विकास मंत्री से वार्ता की जायेगी। मंत्री अभी प्रदेश से बाहर हैं, लेकिन हड़ताल उनके आने के बाद ही समाप्त की जायेगी।

सतेन्द्र कुमार, महामंत्री, नगर निगम कर्मचारी महासंघ।

कर्मचारी हड़ताल पर हैं, सातवें वेतनमान को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं, सरकार ही इस विषय पर फैसला लेगी।

विजय कुमार जोगदंडे, मुख्य नगर आयुक्त।