-यूपी सरकार ने उद्योगपतियों का जीता दिल तो भर गयी निवेश की पोटली

- सूबे में अब बिछेगा उद्योगों का जाल तो होगी लाखों रोजगारों की बरसात

- प्रधानमंत्री ने दिया तरक्की का मंत्र, उद्योगपतियों ने दिल खोल कर किया निवेश

-4.28 लाख करोड़ रुपये के 1045 एमओयू साइन

खोला दिल

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी

अडानी ग्रुप के गौतम अडानी

बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला

महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा

टाटा संस ग्रुप के एन। चंद्रशेखरन

अपोलो की शोभना कामिनेनी

फिक्की के रशेश शाह

मॉरीशस के रक्षा मंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ

एसेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा

ashok.mishra@inext.co.in

LUCKNOW: बीते तीन माह से यूपी सरकार को निवेश के जिस शुभ योग का इंतजार था, वह बुधवार को राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में नजर आ गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में देश के नामी-गिरामी उद्योगपतियों ने 4.28 लाख करोड़ रुपये के 1045 एमओयू साइन कर यूपी सरकार की निवेश की पोटली को भर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही सूबे के बजट के बराबर निवेश आने का ऐलान किया, पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। नीले और नारंगी रंग की रोशनी से नहाए पंडाल में यूपी इंवेस्टर्स समिट का नजारा देख प्रधानमंत्री को भी कहना पड़ा कि देश की तरक्की का रास्ता यूपी से होकर ही जाएगा। उत्साह से लबरेज प्रधानमंत्री ने इस दौरान देश में बनने वाले दो डिफेंस कॉरिडोर में से एक यूपी में बनने की औपचारिक घोषणा भी की।

देश की सबसे बड़ी इंवेस्टर्स समिट

दरअसल यूपी सरकार पिछले तीन महीने से यूपी इंवेस्टर्स समिट की तैयारी कर रही थी। कहना गलत न होगा कि यह देश की सबसे बड़ी इंवेस्टर्स समिट का तमगा भी हासिल करने में सफल रही है। इसकी सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के नामी-गिरामी उद्योगपति आज यूपी सरकार के रेड कारपेट पर चहलकदमी करने को बेताब नजर आ रहे थे। यूपी सरकार के मंत्रियों से लेकर अफसर तक उनका बेहद गर्मजोशी के साथ इस्तकबाल कर रहे थे। कार्यक्रम स्थल पर देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के आने से माहौल बदल गया और उन्हें मंत्रियों और अफसरों ने घेर लिया। उनके अलावा अडानी ग्रुप के गौतम अडानी, बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला, महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा, टाटा ग्रुप के एन। चंद्रशेखरन, अपोलो की शोभना कामिनेनी, फिक्की के रशेश शाह की मौजूदगी ने अपनी मौजूदगी से समिट के माहौल में चार चांद लगा दिए। फिर बारी आई मॉरीशस के रक्षा मंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ की, जिन्होंने हिंदी में चंद लाइनें बोलने की कोशिश कर सबका दिल जीत लिया। उन्होंने यूपी के साथ खून का रिश्ता बताकर न केवल मॉरीशस और भारत के रिश्तों को मजबूत किया बल्कि अगले साल होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए नई राह भी दिखाई।

केंद्रीय मंत्रियों का भी जमावड़ा

समिट के पहले दिन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी को तरक्की की राह पर ले जाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को केंद्रीय मंत्रियों का जमावड़ा भी देखने को मिला। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा सुरेश प्रभु, नितिन गडकरी, आरके सिंह, मनोज सिन्हा, सुधांशु त्रिवेदी, डॉ। महेश शर्मा, अनुप्रिया पटेल, कलराज मिश्र, शिव प्रताप शुक्ला, जगदंबिका पाल जैसे दिग्गज मंत्रियों और नेताओं ने यूपी सरकार के इस आयोजन का सफल बनाने के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। वहीं राज्यपाल राम नाईक भी एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री की अगवानी से लेकर कार्यक्रम स्थल पर पूरे उत्साह के साथ मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में बदलते यूपी की तस्वीर पेश करती हुए एक थीम आधारित वीडियो भी दिखाया गया जिससे साफ लग रहा था कि यूपी सरकार इस बार प्रदेश को देश के बाकी राज्यों के साथ मुकाबले पर खड़ा करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।

बॉक्स

टीसीएस के लिए खुशियों की सौगात

इंवेस्टर्स समिट का दिन लखनऊ के टीसीएस के कर्मचारियों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया। टाटा संस के चेयरमैन एन। चंद्रशेखरन ने अपने संबोधन में कहा कि वह लखनऊ टीसीएस की यूनिट को बंद नहीं करने जा रहे। टीसीएस के कर्मचारियों की समस्या को देखते हुए इसके लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनसे अनुरोध किया था। ध्यान रहे कि करीब एक साल से टीसीएस कर्मी बंदी के डर से परेशान थे जिन्हें आज बड़ी राहत मिल गयी है।

नहीं आया विपक्ष का कोई नेता

समिट में शामिल होने को यूपी सरकार ने विपक्ष के कई नेताओं को भी निमंत्रण भेजा था। इनमें मुलायम सिंह यादव और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी शामिल थे, लेकिन उन्होंने इस कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। लोगों को उस समय आश्चर्य हुआ जब अग्रिम पंक्ति पर मुलायम के करीबी अमर सिंह को चहलकदमी करते देखा गया। उद्योगपतियों के बीच अमर सिंह का नाम कोई नया नहीं है लिहाजा कई लोगों ने उनसे हाथ भी मिलाया।

विदेशी मेहमानों की कमी नहीं

समिट में विदेश मेहमानों की भी कमी नही थी। समिट के छह पार्टनर देश जापान, फिनलैंड, नीदरलैंड, स्लोवाकिया, चेक रिपब्लिक और मॉरिशस के प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद थे। यूपी सरकार ने भी उनके सेवा सत्कार में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी थी। कार्यक्रम स्थल पर हिंदी में होने वाले भाषणों को इंग्लिश में समझने के लिए इंटरप्रिटेशन की सुविधा के साथ उन्हें हेडफोन भी दिए गये थे।

टच स्क्रीन छूकर समिट का शुभारंभ

बेहद हाईटेक अंदाज में हुई इस समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टच स्क्रीन को छूकर किया। इसके साथ ही सामने लगे भव्य एलईडी पर इंवेस्टर्स समिट को लेकर बनाया गया वीडियो चलने लगा। इसकी शुरुआत पारंपरिक रूप से कलश के साथ हुई। वहीं उद्योगपतियों के साथ अलग से बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने यूपी इंवेस्टर्स समिट की बुकलेट और यस बैंक द्वारा जारी हैंडबुक लांच की, जिसमें मेगा इंफ्रा प्रोजेक्ट्स, पॉलिसीज और इंवेस्टमेंट के अवसरों के बारे में जिक्र किया गया है।