- दो पहिया वाहन चालकों के साथ पीछे की सवारी को हेलमेट पहनने के आदेश के बाद पब्लिक की मिलीजुली प्रतिक्रिया

- ट्रैफिक जाम और खराब सड़कों की दिक्कतों को पहले करे दूर

सड़क सुरक्षा के मद्देनजर शहर की सड़कों पर फर्राटा भरने वाले दो पहिया वाहन चालकों के साथ गाड़ी पर पीछे बैठने वालों के लिए भी अब हेलमेट अनिवार्य कर दिया गया है। इस बाबत आदेश बुधवार को लखनऊ ट्रैफिक मुख्यालय से जारी कर दिया गया है लेकिन इस आदेश के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही बनारसियों ने इस पर मिली जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की। कुछ ने इसे अच्छा फैसला बताया लेकिन कुछ ने इसे बेकार का आदेश बताते हुए पहले सड़कों के साथ ट्रैफिक जाम को दूर करने की बात पर बल दिया।

सिंगल हेलमेट तो पहना दो पहले

बनारस की सकरी सड़कों और गलियों के जंजाल के बीच पुलिस अब तक बाइक चलाने वाले को तो हेलमेट पहना नहीं सकी, पीछे बैठने वाले पर क्या सख्ती कर पाएगी। इसकी बड़ी वजह है घनी आबादी वाले इलाकों चौक, मैदागिन, गोदौलिया समेत कुछ अन्य इलाकों में बाइक लेकर चलता किसी चैलेंज से कम नहीं है। यहां गाडि़यां चलती नहीं रेंगती है। इसलिए लोग हेलमेट से तौबा किए हुए हैं। बावजूद इसके डबल सवारी को हेलमेट जरूरी कर देना लोगों के गले के नीचे नहीं उतर रहा है।

यहां पहले गाड़ी चलाने वाले को तो हेलमेट पहना दे। शहर की सड़कों का हाल बहुत बुरा है। इस पर दोनों के लिए हेलमेट पहनना किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं होगा।

अंकित सिंह, थ्रू फेसबुक

ये फैसला अच्छा है लेकिन पहले जाम की समस्या से निजात दिलाने का प्रयास होना चाहिए। क्योंकि यहां गाड़ी स्पीड पकड़ ही नहीं पाती है। ऐसे में दोनों के लिए हेलमेट पहनना परेशान करने वाला होगा।

प्रदीप अग्रवाल, थ्रू व्हाट्स एप्प

यहां पीछे बैठने वाले के लिए हेलमेट पहनना जरूरी करना ठीक नहीं है। यहां तो आगे वाले को भी अब तक पुलिस हेलमेट नहीं पहना सकी है। जरुरी है पहले जाम खत्म हो।

देवेन्द्र गुप्ता, थ्रू फेसबुक

ये नियम भले पब्लिक फॉलो करे या न करे लेकिन पुलिस को कमाई का एक और मौका मिल गया है। वहीं अपराधियों के लिए भी अब खुद को बचाने को अच्छा तरीका मिल गया है।

आसिफ सिद्दकी, थ्रू व्हाट्स एप्प