- नोटिस दिए बिना ड्राइव का कर रहे थे विरोध, हटने के लिए मांग रहे थे समय

- अवैध कब्जेदारों से बहस के दौरान अफसर ने एक युवक का जड़ दिया तमाचा

- भीड़ ने ऑफिसर्स सहित केडीए व पुलिस टीम को घेरकर की हाथापाई, चलाए पत्थर

KANPUR: वेडनेसडे को केडीए के एडीशनल सेक्रेटरी अनिल भटनागर अवैध कब्जेदारों से प्लॉट खाली कराने के लिए टीम लेकर हाईवे सिटी पार्ट-2 में पहुंचे। विधवा महिला कौशल्या देवी का अवैध कब्जा हटाने पर खासा विवाद हो गया। महिला सामान हटाने का समय मांगने लगी। इस बीच भीड़ इकट्ठा हो गई। वह नोटिस दिए बिना ड्राइव शुरू करने का विरोध करने लगे। केडीए अफसर ने युवक को तमाचा जड़ दिया। बस यहीं से बवाल शुरू हो गया। भीड़ ने ऑफिसर्स सहित केडीए व पुलिस टीम को घेर लिया। धक्का-मुक्की के साथ हाथापाई और पथराव करने लगे। इससे भगदड़ मच गई। केडीए और पुलिस कर्मियों के पत्थर लगने से आधा दर्जन से अधिक लहूलुहान हो गए।

महिला सिपाही देखकर बढ़े हौसले

केडीए इम्प्लाइज के मुताबिक महिला सिपाहियों सहित 8 पुलिसकर्मी होने की वजह से अवैध कब्जेदारों के हौसले बढ़ गए थे। उन्होंने गाडि़यां तोड़ने के साथ बाइक में आग भी लगा दी। बवाल की जानकारी पाकर एसपी ईस्ट अनुराग आर्य, सीओ ज्ञानांजय सिंह बादशाही नाका, चकेरी, रेलबाजार, हरबंश मोहाल पुलिस के साथ पहुंचे । उधर केडीए टीम ने वापस लौट कर ऑफिसर्स को पूरी जानकारी दी। केडीए के चीफ इंजीनियर सरवत अली ने बताया कि शाम को चारों जोन की एनफोर्समेंट व इंजीनियरिंग टीम के जाकर अवैध कब्जेदारों से पूरी जमीन खाली करा ली गई।

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जमीन खाली कराए बिना कर दिया अलॉट

हाइवे सिटी पार्ट-2 में अवैध कब्जेदारों के चंगुल में फंसी इस जमीन पर केडीए कागजों में प्लाटिंग कर चुका है। लगभग 150 एलॉटीज को प्लॉट भी आवंटित कर चुका है। लेकिन जमीन पर अवैध कब्जे होने की वजह से केडीए एलॉटीज को कब्जा नहीं दे पा रहा है। पहले भी ये जमीन खाली कराने को लेकर बवाल हो चुका है। वहीं प्लॉट के लिए पैसा जमा कर चुके एलॉटीज केडीए के चक्कर काटने को मजबूर हैं।

60 हजार वर्ग मीटर पर कब्जे

केडीए इम्प्लाइज के मुताबिक, वर्ष 2010 में केडीए ने सजारी ग्राम की लगभग 20 हेक्टेयर जमीन पर हाइवे सिटी पार्ट- 2 हाउसिंग स्कीम लाने की योजना बनाई थी। इसमें करीब 5.76 हेक्टेयर जमीन अर्जित की थी। हालांकि इसमें करीब 60 हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जे थे। विरोध को देखते हुए केडीए ने ये जमीन छोड़कर बाकी भूमि पर हाइवे सिटी पार्ट-2 डेवलप कर दिया। लेकिन केडीए के द्वारा डेवलप की जा रही जमीन पर भी करीब 30 परिवार जमे रहे। उनके विरोध की वजह से केडीए के 150 प्लॉट फंस गए। ये प्लॉट केडीए एलॉट कर चुका था।

पुलिस फोर्स की कमी का उठाया फायदा

-- केडीए की करीब 75 करोड़ की 60 हजार स्क्वॉयर मीटर जमीन पर काफी समय अवैध कब्जेदार जमे हुए हैं। इस जमीन पर निकले 150 प्लॉट आवंटित किए जा चुके हैं। अवैध कब्जा हटाने के लिए पहले नोटिस जारी की जा चुकी है और जमीन खाली कराने की कोशिश भी की गई थी। लेकिन विरोध की वजह से सफलता नहीं मिली थी। हमला करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है.-- सरवत अली, चीफ इंजीनियर केडीए

केडीए की जमीनों पर अवैध कब्जों का हाल

जोन - टोटल जमीन (हेक्टे.)- कीमत (करोड़ में)

एक- 84.003-- 147.118

दो- 48.199-- 96.52

तीन- 33.742--66.18

चार- 336.751-- 677.03

टोटल- 502.695-- 986.848

(डेटा वर्ष 2016 का है)