Meerut । गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (जीएसटी) काउंसिल की ओर से शुक्रवार को रेस्टोरेंट में खाने पर जीएसटी में हुई कटौती से न केवल होटल व रेस्टोरेंट संचालक खुश है बल्कि आम शहरवासी भी इसे बेहतर कदम बता रहे हैं।

 

कैसे मिलेगा फायदा

अभी तक नॉन एसी रेस्टोरेंट में खाने पर 12 प्रतिशत और एसी रेस्टोरेंट में खाने में 18 प्रतिशत का जीएसटी देना होता था। सरकार ने इनपुट टैक्स क्रेडिट को वापस ले लिया। ऐसे में अब एसी या नॉन एसी रेस्टोरेंट दोनों में ही खाने पर 5 प्रतिशत जीएसटी देना होगा।

 

सरकार का यह कदम काफी बेहतर है। इससे छोटे रेस्टोरेंट संचालक भी खुद को रजिस्टर्ड करवा सकते हैं। वहीं लोगों की जेब पर भी कम बोझ पडे़गा।

विपुल सिंघ, महामंत्री, होटल-रेस्टोरेंट एसोसिएशन

 

 

इस फैसले से कस्टमर को पूरी राहत मिलेगी। सरकार ने अच्छा कदम उठाया है। दूसरा हर वर्ग के लोग अब आसानी से रेस्टोरेंट में खाना खा सकते हैं।

सुबोध गुप्ता, अध्यक्ष, होटल-रेस्टोरेंट एसोसिएशन

 

काफी रिलीफ मिला है। जाहिर तौर पर यह भी कह सकते हैं कि ग्राहकों का आवागमन बढे़गा। वहीं जो डर का माहौल बन गया था वह भी खत्म हो गया हे.

-सुबोध गर्ग, राजहंस रीजेंसी

 

 

अब लग रहा है कि वाकई अब बाहर खाना आसान हो जाएगा। अभी तक पार्टी करने से पहले दो बार सोच लेते थे लेकिन अब कई बार भी पार्टी कर सकते हैं.

नीरज कौशिक

 

रेस्टोरेंट या होटल में जाना अब हर वर्ग के लोगों की पहुंच में आ रहा है। टैक्स ज्यादा होने की वजह से मध्यम वर्ग के लोग बाहर खाने से पहले सोचते थे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ललिता

 

बिल्कुल, यह फैसला काफी अच्छा है। खाने जैसी चीजों पर टैक्स कम ही होना चाहिए। कई बार सिर्फ ज्यादा टैक्स देखकर ही लोग बाहर खाने से बचते थे।

रीना सिंघल