शहर के सरकारी हॉस्पिटल्स और सीएचसी-पीएचसी में खुलेंगे जन औषधि केन्द्र

मांगे गए ऑनलाइन आवेदन, मरीजों को मिलेंगी सस्ती दवाएं

ALLAHABAD: सरकारी हॉस्पिटल्स में अब जल्द ही सस्ती जेनेरिक दवाएं उपलब्ध होंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। नियम व शर्तो के साथ आवेदन करने के बाद प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की अनुमति दी जाएगी। इससे जनता को अधिक लाभ होगा। उन्हें अनेक रोगों के इलाज के लिए सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध होंगी। राज्य और केंद्र सरकार के बीच करार होने के बाद यह सुविधा शुरू की जा रही है।

तो क्या नही मिलेंगी फ्री दवाएं

फिलहाल एसआरएन हॉस्पिटल को छोड़कर बाकी सभी जगह निशुल्क सरकारी दवाओं का वितरण किया जा रहा है जेनरिक मेडिकल स्टोर खोलने से आशंका जताई जा रही है कि आने वाले समय में सरकार फ्री दवाओं का वितरण बंद कर सकती है उसकी जगह असर कारक सस्ती दवाएं आम जनता को उपलब्ध कराएगी

इससे सरकार का इस पर होने वाला भारी भरकम खर्च कम हो जाएगा

इस धनराशि का इस्तेमाल सरकार अस्पताल में सुविधाएं बेहतर बनाने पर कम सकती है

वर्तमान में भी हास्पिटल्स में पूरी दवाएं नहीं मिलती

मरीजों को महंगी ब्रांडेड दवाएं बाजार से खरीदनी पड़ती हैं

क्या है जेनेरिक और ब्रांडेड में अंतर

फार्मा कंपनियों की ब्रांडेड दवाएं काफी महंगी आती हैं

इनकी ब्रांडिंग और विज्ञापन में लगी रकम को कंपनियां मरीज से वसूल करती हैं

इन्हें आजकल की भाषा में फैंसी दवाएं भी कहते हैं

आजकल बहुत सी ब्रांडेड दवाएं एक से अधिक काम्बिनेशन में आ रही हैं

इसके उलट यही कंपनियां जेनेरिक दवाएं भी बनाती हैं लेकिन इनका प्रचार नहीं होता

ये दवाएं भी कारगर कही जाती हैं। इनका दाम काफी कम होता है।

यही कारण था कि सरकार ने फैसला किया है कि प्राइवेट और सरकारी सेक्टर में जन औषधि केंद्र खोला जाय

स्वास्थ्य विभाग को हॉस्पिटल्स में जगह एलॉट करना है। लाइसेंस हमारी ओर से जारी होगा। क्या नियम और शर्ते हैं, इसके बारे में देखना होगा। आवेदन ऑनलाइन ही किया जाएगा।

-केजी गुप्ता,

04 अस्पताल हैं शहर में

20 कुल सीएचसी हैं जिले में

60 कुल पीएचसी हैं जिले में

77 जन औषधि केन्द्र खोले जाएंगे

-असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर, इलाहाबाद

इलाहाबाद में यह योजना परवान नही चढ़ रही थी। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग इस इनीशिएटिव पर काम कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग को हास्पिटल्स या सीएचसी-पीएचसी में केवल जगह एलाट करनी है। केंद्र का लाइसेंस ड्रग विभाग द्वारा जारी किया जाएगा।

-सिद्धार्थनाथ सिंह

स्वास्थ्य मंत्री