नगर निगम जनकपुरी वार्ड में बंटवा रहा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का सर्वे

शिकायतों संग मांगे गए सुझाव, जनता से मिले रिपोर्ट कार्ड पर होगी समीक्षा

BAREILLY:

शहर में शुरू हुए नगर निगम के डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन अभियान को अब जनता खुद अपनी कसौटी पर परखेगी। जनता निगम की ओर से शुरू की गई इस मुहिम पर अपनी संतुष्टि के साथ ही अपने फीडबैक से सीधे निगम के अफसरान को रूबरू कराएगी। खुद निगम ने ही जनता से फीडबैक पाने के लिए यह पहल की है। निगम अपनी डोर टू डोर मुहिम का सच जानने के लिए जनता में 10 सवालों का एक क्वेशनायर बंटवा रहा है। इस सर्वे की रिपोर्ट पर ही पूरे प्रोजेक्ट की समीक्षा की जाएगी। जिसके आधार पर ही इस मुहिम के लूप होल्स को दुरुस्त करने के साथ ही दूसरे वार्डो में इसे शुरू करने से पहले जरूरी तैयारियों को पुख्ता किया जाएगा।

वार्ड 44 में बटेंगे सर्वे फॉर्म

निगम की ओर से जनकपुरी के वार्ड 44 में डोर टू डोर अभियान की शुरुआत की गई है। निगम के अधिकारियों की ओर से कुछ दिन पहले इस एरिया के लोगों से मुहिम के बारे में वर्बली फीडबैक लिया। इसके बाद अपर नगर आयुक्त ने उपनगर आयुक्त, सहायक नगर आयुक्त और पर्यावरण अभियंता के साथ मीटिंग कर वार्ड में हर घर से सर्वे कराने और फीडबैक लेने का फैसला लिया। सुपरवाइजार से मंडे से वार्ड में इन सर्वे फॉर्म को बंटवाए जाने का निर्देश दिया गया है। सर्वे के लिए 250 फॉर्म छपवाए गए हैं।

सफाईमित्रों की वर्किंग पर रिपोर्ट

सर्वे फॉर्म में मकान के ओनर का नाम, पता, प्रोफेशन व मोबाइल नं। का ब्यौरा मांगा गया है। इसके बाद क्वेश्च्नायर में ऑब्जेक्टिव बेस्ड 10 सवाल पूछे गए हैं। सर्वे में सफाईमित्रों के समय पर कूड़ा उठाने, यूनिफॉर्म पहनने, सीटी बजाकर आने की सूचना देने, उनके अच्छे व्यवहार के बारे में सवाल किए गए हैं। इसके अलावा इस मुहिम की जानकारी के साथ ही सर्विस के स्तर और इसके लिए फीस देने के बारे में भी जनता की मंशा टटोलने की कोशिश की गई है। सर्वे फॉर्म के आखिर में निगम ने जनता से मुहिम को बेहतर बनाने के लिए तीन सुझाव या शिकायते भी मांगी हैं।

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कम्प्यूटराइज्ड होगी वसूली की प्रोसेस

एजेंसी हर वार्ड बतौर दो लाख रुपए निगम को देगी सिक्योरिटी मनी

BAREILLY:

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को जनकपुरी में शुरू कराने के बाद निगम इस सर्विस के बदले जनता से वाजिब फीस वसूलने की तैयारी में है। जनता के घरों से कूड़ा कलेक्शन के लिए निजी एजेंसी से हाथ मिलाने वाला नगर निगम अब फीस वसूली के लिए भी निजी एजेंसी या फर्म को इसका जिम्मा देगा। निगम की ओर से इसके लिए जल्द ही टेंडर खोले जाने है। टेंडर में उन्हीं एजेंसी या एनजीओ को प्रियॉरिटी दी जाएगी, जिन्हें किसी गर्वनमेंट, सेमी गर्वनमेंट या निगम में कम से कम एक साल काम करने का अनुभव हो। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की फीस वसूली की प्रोसेस पूरी तरह कम्प्यूटराइज्ड होगी।

हर महीने में होगा अपडेशन

फीस वसूली के लिए सेलेक्टेड एनजीओ वार्ड में हर परिवार के संबंध में आंकड़े जुटाकर इसे कम्प्यूटर में फीड कराएगी। इसके बाद एनजीओ घरों से निकलने वाले कुल कूड़े की मांग का निर्धारण कर इसकी जानकारी निगम को देगी। हर तीन महीने में एनजीओ के काम काज को अपडेट किया जाएगा। एनजीओ हर महीने फीस वसूली करेगी जो निगम के खाते में जमा होगा। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन से मिली रकम के लिए निगम एक सेपरेट एकाउंट खोलने की तैयारी में है।

एनजीआे जमा करेगी सिक्योरिटी

कूड़ा कलेक्शन के लिए एनजीओ ही एजेंट रखेगा। जिनका निगम से अप्रूव्ड आईकार्ड बनेगा। कूड़ा कलेक्शन सर्विस की फीस वसूली में एनजीओ अपना परसेंट कलेक्शन चार्ज करेगी। ब्0 फीसदी से ज्यादा वसूली करने पर निगम की ओर से एनजीओ को ख् फीसदी इंसेटिव दिए जाने की भी योजना है। वहीं हर वार्ड से फीस वसूली का जिम्मा लेने से पहले सेलेक्टेड एनजीओ को दो लाख रुपए पर वार्ड सिक्योरिटी मनी डिपॉजिट करनी होगी।

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डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन मुहिम पर जनता से सीधा फीडबैक लिया जाएगा। इसके लिए जनकपुरी में ख्भ्0 सर्वे फॉर्म बंटवाए जा रहे हैं। इस सर्वे रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी साथ निगम की इस सर्विस पर जनता के रिएक्शन को पब्लिक किया जाएगा। - सच्चिदानंद सिंह, अपर नगर आयुक्त