NAINITAL: एनएच मुआवजा घोटाले में ऊधमसिंह नगर के तत्कालीन भूमि अध्याप्ति अधिकारी डीपी सिंह और काशीपुर एसडीएम के पूर्व पेशकार संजय चौहान को विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण कुमकुम रानी की कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के बाद कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पेशी के दौरान एसआईटी ने डीपी सिंह को सात दिन की रिमांड पर लेने की अनुमति मांगी थी, कोर्ट ने एसआईटी को तीन दिन की रिमांड के लिए मंजूरी दी है। डीपी सिंह ने गुरुवार को एसएसपी कार्यालय में सरेंडर किया था जबकि एसडीएम के पूर्व पेशकार संजय को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया।

 

डेढ़ घंटे तक चली जिरह

शुक्रवार को एसआईटी टीम के सीओ स्वतंत्र कुमार, एसआई केबी मठपाल व डीआर टम्टा अपराह्न करीब दो बजे निलंबित पीसीएस डीपी सिंह व पेशकार संजय चौधरी को लेकर विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण कुमकुम रानी की कोर्ट में पहुंचे। इस दौरान कोर्ट से अभियोजन पक्ष की ओर से डीजीसी फौजदारी सुशील कुमार शर्मा, प्रभारी एसपीओ तनुजा वर्मा ने सात दिन की रिमांड मांगी। डीपी के अधिवक्ता ने रिमांड का आधार बताने को कहा। इस दौरान डीपी सिंह ने खुद को पूरे मामले में निर्दोष बताते हुए एसआईटी पर साजिशन फंसाने का आरोप लगाया। कहा कि उन्होंने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कोई काम नहीं किया। करीब डेढ़ घंटे तक दोनों पक्षों में बहस हुई। जिसके बाद कोर्ट ने आरोपियों की क्ब् दिन की न्यायिक हिरासत मंजूर करते हुए जेल भेजने के आदेश पारित किए। इसी दौरान कोर्ट ने डीपी सिंह की तीन दिन की रिमांड भी मंजूर की।