- कमियां व सुझाव बताने को डिप्टी सीएम की ई-मेल आईडी complaindycm@gmail.com पर करें मेल

- व्हाट्स एप नंबर 7991995566 पर भी शिकायतें एवं सुझाव देने की अपील की डिप्टी सीएम ने

- पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्या ने लांच किया सॉफ्टवेयर और एप

- ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन, बिलिंग और पेमेंट चाणक्य साफ्टवेयर के जरिए

- बाज एप से कामों की निगरानी, विभागीय कार्य होंगे विश्वकर्मा सॉफ्टवेयर से

LUCKNOW : लोक निर्माण विभाग के क्रियाकलापों में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से डिप्टी सीएम एवं पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्या ने गुरुवार को 'चाणक्य' और 'विश्वकर्मा' सॉफ्टवेयर का शुभारंभ किया। उल्लेखनीय है कि 'चाणक्य' सॉफ्टवेयर के जरिए पीडब्ल्यूडी के ठेकेदारों का रजिस्ट्रेशन, बिलिंग और पेमेंट का कार्य किया जाएगा जबकि 'विश्वकर्मा' सॉफ्टवेयर विभाग में काम का बंटवारा, बजट की मांग, उसका अनुमोदन और आवंटन का कार्य करेगा। उन्होंने 'बाज' एप की लांचिंग भी की जो पीडब्ल्यूडी के निर्माण कार्यो की निगरानी के लिए खासतौर पर बनाया गया है। यह दोनों सॉफ्टवेयर से लिंक भी किया जाएगा।

दे सकते हैं सुझाव, कर सकते हैं शिकायत

डिप्टी सीएम ने विभाग की कमियां व सुझाव बताने को अपने ई-मेल आईडी complaindycm@gmail.com पर जनसामान्य से मेल करने की अनुरोध भी किया है। साथ ही, व्हाट्स एप नंबर 7991995566 जारी कर शिकायतें एवं सुझाव देने की अपील की है। गुरुवार को पीडब्ल्यूडी मुख्यालय स्थित विश्वेस्वरैया हाल में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ई-गवर्नेंस, ई-ऑफिस को बढ़ावा दे रही है। 'बाज' एप के माध्यम से कोई भी जनसामान्य किसी भी कार्य की गुणवत्ता, सड़क पर गड्ढ़े स्थल पर फोटो लेकर इस साफ्टवेयर को भेज सकेगा जिस पर विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई की जायेगी। बैठक में मौजूद इंजीनियरों तथा ठेकेदारों को संबोधित करते हुये कहा कि सरकार यूपी को सड़कों का स्वर्ग बनाने के लिये संकल्पित है।

7652 शिकायतें प्राप्त हुई

उन्होंने व्हाट्सएप पर प्राप्त शिकायतों की जानकारी देते हुये कहा कि अब तक कुल 7652 शिकायतें आयीं जिसमें 1889 शिकायतें सड़कों की थी, जिसमें से 926 शिकायतें पीडब्ल्यूडी की सड़कों की थी। इनमें से 44 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में करीब 100 दिन कार्य हो नहीं पाता था। हमारा प्रयास है कि इस मौसम में भी हम नवीन तकनीक से गुणवत्ता युक्त सड़कें बनायें। सड़क निर्माण कार्यो के लिए धन की कमी नहीं है। अप्रैल में ही सारी स्वीकृतियां जारी हो चुकी हैं। कहा कि टेंडर अवार्ड होने के बाद जो इंजीनियर समय से कार्य पूर्ण करेंगे उन्हें सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने 15 जून तक सभी सेतुओं के निरीक्षण का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये। कहा कि अधूरे पड़े आरओबी का निर्माण शीघ्र ही पूर्ण होगा।

रोड एंबुलेंस की सेवा करेंगे शुरू

मौर्या ने कहा कि विभाग रोड एंबुलेंस के संबंध में भी गंभीरता से विचार कर रहा है। प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाने के लिये भारत माला परियोजना के अन्तर्गत प्रदेश में लगभग 2422 किमी सड़कें चिन्हित की गयी हैं, जिस पर शीघ्र निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने यह संकेत भी दिए कि विभाग में सालों से जमे बाबुओं का तबादला भी जल्द किया जाएगा। बैठक में पीडब्ल्यूडी के राज्यमंत्री भूपेंद्र सिंह, अपर मुख्य सचिव पीडब्ल्यूडी संजय अग्रवाल, सचिव समीर वर्मा, एचओडी वीके सिंह, सारे चीफ इंजीनियर, सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, अनुबंधित ठेकेदार आदि मौजूद थे।