क्वालिफाइंग स्पीच देने मंच पर आए नेताजी को छूटा पसीना

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, एडीसी व सीएमपी में क्वालीफाइंग हुई स्पीच

ALLAHABAD: कोई मुद्दों की बात करने का दम भर रहा था तो कोई धनबल और बाहुबल के जरिए अभी तक खुद को सबसे बड़ा बाहुबली बताने में लगा था। लेकिन मंच पर वक्तव्य देने का वक्त आया तो छात्रों की नुमाइंदगी करने निकले कई नेताओं को पसीना छूट गया। छात्रसंघ भवन की प्राचीर पर पहुंचते ही किसी का हलक सूख गया तो किसी के हाथ पांव थरथराने लगे। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन की क्वालीफाइंग स्पीच के दौरान ऐसा ही नजारा दिखा। छात्रनेताओं का यह हाल देख छात्र मुस्की मारते रहे तो गुरुजी भी हंसी नहीं दबा पाए।

पानी पीकर धड़कनों को किया काबू

क्वालीफाइंग स्पीच में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवारों को बोलने का मौका दिया गया था। चंद मिनट के भाषण के लिए अधिकतर लीडर्स भाषण पर्चे पर लिखकर लाए थे। इसके बाद भी नेता जी को बोलने में ऐसी दादी नानी याद आई कि मुद्दे से ही भटक गए। बढ़ी धड़कनों को शिथिल करने के लिए शीतल जल का सहारा लेते रहे।

बताइए, बोल पाएंगे या नहीं

दो चार नजारे ऐसे भी रहे जो चौंकाने वाले रहे। मुद्दों से भटककर जो मन में आया उड़ेलने लगे। स्पीच का टाइम ओवर होने का भी ध्यान न रहा तो बगल में खड़े डॉ। हौसिला सिंह और रिटर्निग ऑफिसर प्रो। आरके सिंह को विवश होकर टोकना पड़ा। कुछ एक तो ऐसे भी रहे जो अपना भाषण पूरा ही नहीं कर सके। उनकी दशा देखकर गुरुजी भी पसीजे और पूछ लिया कि बोल पाएंगे या नहीं। इससे पूरा पंडाल हंसी के ठहाकों से गूंज उठा। एक नेताजी की तो ऐसी हालत पतली हुई कि माइक थामते ही लड़कियों जैसी आवाज निकलनी शुरू हो गयी। उधर, सीएमपी और इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में भी दक्षता भाषण में ऐसा ही मंजर सामने आया।