-महानगर में क्लास 8 की छात्रा ने लगाया था कार सवार युवकों पर गैंगरेप का आरोप

-मेडिकल जांच के दौरान छात्रा के प्राइवेट पार्ट पर नहीं मिली चोट

-तमाम रिपो‌र्ट्स आने तक पुलिस ऑफिसर्स कुछ भी बोलने को तैयार नहीं

LUCKNOW : महानगर में क्लास 8 की छात्रा को सरेराह अगवा कर चलती कार में कथित गैंगरेप के मामले ने 24 घंटे बीतने के बाद ही नया मोड़ ले लिया है। लखनऊ पुलिस की साख पर बट्टा लगा रहे इस मामले में शुरुआती मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि न होने से अब छात्रा के दावे पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि, पुलिस ऑफिसर्स सभी रिपो‌र्ट्स के आने तक कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।

नहीं मिला चोट का एक भी निशान

हसनगंज के डालीगंज एरिया में रहने वाली क्लास 8 की छात्रा सलमा (बदला नाम) ने गुरुवार शाम अज्ञात कार सवार रईसजादों के खिलाफ अगवा कर गैंग रेप का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी। विधानसभा सत्र के दौरान सामने आई इस घटना ने लखनऊ पुलिस के होश उड़ा दिये थे। खून से लथपथ घर पहुंची छात्रा को इलाज के लिये डफरिन हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, एफआईआर दर्ज होने के बाद पीडि़ता की मेडिकल जांच कराई गई। पर, शुरुआती रिपोर्ट ने उसके द्वारा लगाए गए गैंगरेप के आरोप को गलत साबित कर दिया। बताया जाता है कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में पीडि़ता के प्राइवेट पार्ट पर इंटरनल या एक्सटर्नल किसी भी हिस्से में चोट के निशान नहीं मिले।

सभी रिपो‌र्ट्स आने का इंतजार

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि पीडि़ता का एम्नियॉन, फीटेल और स्लाइड टेस्ट कराया गया है। उन्होंने बताया कि एम्नियॉन टेस्ट की रिपोर्ट 72 घंटे में, फीटेल टेस्ट की रिपोर्ट 48 घंटे में और स्लाइड टेस्ट की रिपोर्ट 24 घंटे में आती है। इन सभी रिपो‌र्ट्स के आने के बाद ही पुख्ता तौर पर कुछ कहा जा सकेगा। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि शुरुआती जांच रिपोर्ट ने पीडि़ता के दावे को झुठला दिया है। पर, फिर भी पूरी रिपोर्ट आने के बाद ही विश्वास से कुछ कहा जा सकेगा। फिलहाल पुलिस इन्हीं रिपो‌र्ट्स के आने का इंतजार कर रही है।