-डीएम ने सभी संबंधित विभागों के साथ की मीटिंग,

-मीटिंग में रबर फैक्ट्री से जुड़े सभी रिकॉर्ड मांगे

BAREILLY: 18 वर्षो से वीरान पड़ी रबर फैक्ट्री की जमीन का दोबारा इस्तेमाल किया जाएगा। इसको लेकर बरेली प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। फ्राइडे को डीएम डॉक्टर पिंकी जोवल ने एडीएम एफआर, एसडीएम मीरगंज, समेत सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर रबर फैक्ट्री से जुड़ी स्थिति जानी। डीएम ने सभी विभागों से फैक्ट्री से जुड़े सभी डॉक्यूमेंट मांगे हैं।

1500 एकड़ में फैली है फैक्ट्री

फतेहगंज पश्चिमी में स्थित रबर फैक्ट्री गवर्नर के नाम पर लीज पर ली गई थी। जुलाई 1999 में अचानक बंद हो गई थी। करीब 1500 एकड़ एरिया में बनी रबर फैक्ट्री बंद होने से करीब 3 हजार कर्मचारी प्रभावित हुए थे। अभी भी कई कर्मचारी इसमें बने आवासों में रह रहे हैं। फैक्ट्री धीरे-धीरे खंडहर में बदल रही है और कई बार इसका लोहा भी चोरी हो चुका है। मौजूदा समय में जमीन का कंट्रोल आईसीआईसीआई बैंक के पास है। इसकी जमीन के ग्राउंड पर पीएम नरेंद्र मोदी ने रैली कर लोकसभा चुनाव का शंखनाद किया था। बीजेपी की सरकार बनने के बाद लोगों को कुछ उम्मीद जगी थी, लेकिन प्रदेश में सपा सरकार होने के चलते कोई काम नहीं हो सका था। अब प्रदेश में भी बीजेपी सरकार बनने के बाद केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने इस जमीन का उपयोग करने के लिए डीएम पिंकी जोवल के साथ मीटिंग की थी।

फैक्ट्री की प्रेजेंट स्थिति की जा रही जानकारी

फ्राइडे को इसी संबंध में डीएम पिंकी जोवल ने रबर फैक्ट्री के संबंध में प्रशासन, कामर्शियल टैक्स, इनकम टैक्स, व अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। डीएम ने सभी विभागों से रबर फैक्ट्री से जुड़े दस्तावेज भी मांगे। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि रबर फैक्ट्री की जमीन की इस समय क्या स्थिति है, इसको लेकर कितने केस चल रहे हैं, केस की स्थिति क्या है और अन्य डिटेल मांगी हैं। डिटेल कलेक्ट होने के बाद रिपोर्ट गवर्नमेंट ऑफ इंडिया को भेजी जाएगी ताकि जमीन का सदुपयोग हो सके।