दुनिया को पता चलेगा सच

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि वह जल्द ही एक किताब के जरिये दुनिया को सच से रूबरू करायेंगी. सोनिया ने कहा कि उन्होंने अपनी सास इंदिरा गांधी के शरीर को गोलियों से छलनी देखा है. उन्होंने कहा कि उनके पति की भी हमलावरों ने हत्या कर दी थी. ऐसे में जरूरी है कि दुनिया को इसका सच पता चले. नटवर की किताब पर प्रतिक्रिया देते हुये उन्होंने कहा कि वह किसी से नाराज नहीं हैं.

नटवर सिंह ने खोले राज

नटवर सिंह के मुताबिक राहुल को डर था कि अगर उनकी मां सोनिया पीएम बनीं तो दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी की तरह उनकी भी हत्या कर दी जाएगी. इसलिए राहुल ने बेटा होने की दुहाई देते हुए सोनिया को पीएम नहीं बनने दिया. हालांकि, कांग्रेस ने नटवर सिंह के दावों को खारिज किया है. नटवर सिंह की आने वाली आत्मकथा 'वन लाइफ इज़ नॉट एनफ' में गांधी परिवार से जुड़ी कई बातों का खुलासा किया है. 83 वर्षीय सिंह ने अपनी इस पुस्तक के हवाले से एक टीवी चैनल को बताया कि राहुल नहीं चाहते थे कि सोनिया पीएम बनें. राहुल ने सोनिया को सोचने के लिए 24 घंटे का समय दिया था. हालांकि बेटे के तौर पर राहुल अपना निर्णय मां सोनिया को सुना चुके थे. सिंह ने कहा कि ऐसा नहीं है कि सोनिया ने अंतरात्मा की आवाज पर पीएम पद ठुकराया हो, जैसा कि तब वह दावा करती थीं.

किताब से फेरबदल करने को कहा

नटवर सिंह ने इंटरव्यू में बताया कि सोनिया को मेरी किताब को लेकर आशंका थी. सिंह ने दावा किया कि 7 मई को प्रियंका गांधी उनसे मिली थीं और अनुरोध किया था कि वह सोनिया के पीएम पद न स्वीकारने वाली बात को किताब से हटा दें. नटवर ने दावा किया कि राहुल और सोनिया गांधी ने भी उनसे ऐसा करने की गुजारिश की थी, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. सिंह ने बताया कि जब वह कांग्रेस पार्टी में थे तो सोनिया का कांग्रेस पर नियंत्रण इंदिरा गांधी से ज्यादा था. सिंह ने दावा कि जब उन्होंने सोनिया से कांग्रेस में उनके साथ हुई ज्यादती का जिक्र किया तो सोनिया ने इसके लिए माफी मांगी.

मनमोहन थे मोहरा
कभी मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहने वाले संजय बारू ने भी अपनी किताब 'द ऐक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर: द मेकिंग ऐंड अनमेंकिंग ऑफ मनमोहन सिंह' में खुलासा किया था सोनिया ही असल में सरकार चला रही थीं. इंटरव्यू में नटवर सिंह ने भी कहा है कि सोनिया गांधी की पहुंच सरकारी फाइलों तक थी. नेहरू और इंदिरा के करीबी और राजीव गांधी के मित्र रहे नटवर सिंह ने बताया कि जब वह पार्टी में थे तो सोनिया गांधी का कांग्रेस पर पूरा नियंत्रण था. सोनिया गांधी ने कभी इंटेलेक्चुअल होने का दावा नहीं किया, लेकिन उनके शब्द ही पार्टी के लिए कानून थे. नटवर सिंह ने कहा कि कई मायनों में कांग्रेस पर सोनिया का नियंत्रण इंदिरा गांधी से भी ज्यादा था और वह इंदिरा से भी ज्यादा ताकतवर नजर आती थीं. पहली बार राजीव गांधी सरकार में मंत्री बनने वाले नटवर सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी राजीव से भी बेहतर नेता हैं. नटवर सिंह का दावा है कि वह किसी पुरानी कटुता की वजह से किताब नहीं लिख रहे हैं, बल्कि उनकी किताब तथ्यों पर आधारित है.

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