उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार अभियान पर निकले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के तेवर लगातार आक्रामक होते जा रहे हैं. बुधवार को लखनऊ में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर झूठे वादे करने का आरोप लगाते हुए बेहद आक्रामक अंदाज में उसके (सपा) चुनावी वादों की सूची फाड़ दी.

लखनऊ के बक्शी का तालाब इलाके में राहुल ने चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर पिछले 22 साल से जनता के साथ कोरे वादे करती आ रही है. उन्होंने कहा, 22 साल से सिर्फ मैं गैर कांग्रेसी सरकारों के केवल कोरे वादे सुनता आ रहा हूं. जनता को सिर्फ झूठे सपने दिखाए जा रहे हैं, तीनों दलों ने जनता को आज तक कुछ नहीं दिया. विकास का कोई काम नहीं किया"

राहुल को गुस्सा क्यों आता है?

सपा मुखिया पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, मुलायम सिंह जी के पास तो वादों की सूची रहती है. वह कहते हैं कि भैया हम बिजली देंगे. रोजगार देंगे. रोजगार नहीं दे पाए तो बेरोजगारी भत्ता देंगे. वही सूची बार-बार निकलती है. सूची ..वादों की सूची. ये लो..." यह कहते हुए हाथ में लिए सपा के वादों की सूची राहुल ने फाड़ डाली.

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की दमदार वापसी का दावा करते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस 22 साल बाद उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ रही है। पिछले 22 सालों से हम देश के दूसरे राज्यों में तो चुनाव लड़ रहे थे लेकिन उत्तर प्रदेश में लड़ रहे थे. पहला कदम हमने बीते लोकसभा चुनाव में उठाया। दूसरा इस विधानसभा चुनाव में. लोगों से बदलाव की अपील करते हुए राहुल ने कहा, आपने 22 साल गैर कांग्रेसी सरकारों को दिए, जिन्होंने आपसे झूठे वादे किए. हम वादे नहीं कर रहे हैं. हमें पांच साल दीजिए. हम विकास और बदलाव करके दिखाएंगे.

उधर, राहुल के लिस्ट फाड़ने की सपा ने आलोचना की है. सपा मुखिया मुलायम ने कहा कि राहुल को शिष्टाचार सीखना चाहिए.

 

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