राहुल की चुप्पी ने डुबाया

राहुल गांधी के ऊपर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है राहुल गांधी की चुप्पी ने देशवासियों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी चुप्पी बनाए रखी. इससे कांग्रेस को नुकसान पहुंचा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी को पुर्नजीवन देना है तो राहुल गांधी को मुखर होना पड़ेगा और देशवासियों के सामने नजर आना होगा. लोकसभा चुनावों में हार के बारे में कहा गया कि वह धारणाओं की लड़ाई में हारे हैं और अपनी कामयाबियों को जनता के सामने पेश करने में पीछे रहे लेकिन बीजेपी ने हमारी नाकामयाबियों को जनता के सामने ला दिया. उन्होंने कहा कि हमारी हार के वाबजूद हमने छह साल के एनडीए के कार्यकाल से अच्छी सरकार चलाई लेकिन हमें जनता का समर्थन नही मिला.

राहुल्प की हार दुर्भाग्यपूर्ण

दिग्विजय सिंह से प्रश्न किया गया कि क्या राहुल का ज्यादा बोलना कांग्रेस के लिए सही साबित होता. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि बिलकुल राहुल का बोलना कांग्रेस को मदद कर सकता था क्योंकि जनता जानना चाहती थी कि आखिर राहुल ब्रांड है क्या? इसके बाद उन्होनें कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक 44 साल का युवा नेता देश की युवा जनता को अट्रेक्ट नही कर पाया वहीं एक 63 साल के नेता ने युवाओं को आकर्षित कर लिया.

ब्रैकिंग न्यूज के दौर में गायब राहुल

दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह दौर मीडिया और ब्रैंकिंग न्यूज का है. इसलिए जरूरी है कि राहुल ज्यादा से ज्यादा टीवी पर नजर आएं और उन्हें सुना जाए. इसके बाद उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ मोदी ने मीडिया के दम पर अपने को नेशनल लीडर बना लिया वहीं मोदी न्यूज चैनलों से एक तरह से गायब ही रहे. इसके बाद श्री सिंह से पूछा गया कि राहुल ने एक बार चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करने से इंकार कर दिया था तो इसके जवाब में दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह सब झूठ है. पार्टी में निचले स्तर से लेकर टॉप लेवल तक कोई भी ऐसा लीडर नही है जो राहुल को सपोर्ट नही करते. इस इंटरव्यू में दिग्विजय सिंह ने बिहार में लालू-नितीश और कांग्रेस के गठबंधन को सही ठहराते हुए कहा कि यह वैचारिक एकीकरण है.

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