GORAKHPUR: झोलाछापों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग बेहद कड़ा रुख अपना रहा है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुलरिहा और भटहट एरिया में चार क्लीनिक्स पर छापा मारा। दो क्लीनिक पर बगैर डिग्री के झोलाछाप मिले। विभाग ने दोनों की दवाएं और उपकरण सील कर उन्हें नोटिस जारी कर दिया।

दुकान की आड़ में इलाज

भटहट के बैलो स्थित देव पॉली क्लीनिक में पांच दिन पूर्व महिला की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई। इस मामले में शनिवार को सीएमओ ने सख्त रुख अपनाते हुए भटहट एरिया में झोलाछाप के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया। डिप्टी सीएमओ डॉ। एनके पांडेय, केके श्रीवास्तव और प्रदीप ने सबसे पहले देव पॉली क्लीनिक पर छापा मारा। क्लीनिक के गेट पर ताला लटकता मिला। इसके बाद टीम ने जंगल माझी स्थित एक मकान में चल रहे सुधीर क्लीनिक की जांच की। यहां भिखारी प्रसाद पासवान मिले। वह चिकित्सा-शिक्षा की कोई डिग्री नहीं दिखा सके। क्लीनिक में मिली दवाओं को टीम ने सील कर नोटिस थमा दिया। इसके बाद टीम मोहम्मद बरवा जैनपुर में चल रहे डॉ। राजाराम के क्लीनिक पर पहुंची। वह दवा दुकान की आड़ में मरीजों का इलाज कर रहे थे। उनकी दुकान में आला, बीपी नापने की मशीन और घुटने का हथौड़ा(नी-हैमर) भी मिला। टीम ने इलाज के उपकरण व दवाओं को सील कर नोटिस थमा दिया। टीम ने फुलवरिया चौराहे पर स्थित जनता क्लीनिक की भी जांच की जहां कोई डॉक्टर नहीं मिला। इलाज के उपकरण भी नहीं मिले।

वर्जन

झोलाछापों के खिलाफ अभियान चलता रहेगा। अभियान के तहत दो को नोटिस जारी की गई है। यदि समय से जवाब नहीं मिला तो उनके खिलाफ केस दर्ज कराया जाएगा। इसकी रिपोर्ट डीएम को दी जाएगी।

- डॉ। रवींद्र कुमार, सीएमओ