जाने क्या हैं रेल मंत्री के ट्रेनों की संख्या, क्षमता और गति बढ़ाने से जुड़ी खास बातें.

1. फिल्हाल नहीं चलेगी कोई भी नयी ट्रेन. हर बार कहा जाता है कि नयी ट्रेंस की घोषणा के बावजूद उनका परिचालन मुश्किल हो जाता है क्योंकी ट्रैक्स की क्षमता और संख्या नहीं बढ़ पाती. शायद यही सोच कर रेल बजट में सारा जोर ट्रैक्स में सुधार पर है, नयी ट्रेन चलाने पर नहीं. हालाकि ये पहला मौका है जब नहीं घोषित हुई एक भी ट्रेन.

 

2. रेलवे ट्रैक की लंबाई बढ़ेगी. मौजूदा रेलवे ट्रैक की लंबाई में 1 लाख, 38 हजार किलोमीटर तक बढ़ोतरी किए जाने की योजना है.

3. हाई स्पीड ट्रेन चलेंगी. हालाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषित बुलेट ट्रेन तो अभी नहीं आ रही लेकिन उसी तर्ज पर कई स्टेशनों के बीच हाई स्पीड ट्रेंस की बात जरूर की गयी है. अहमदाबाद मुंबई, कोलकत्ता दिल्ली और मुबई दिल्ली सहित करीब नौ रूट्स पर हाई स्पीड ट्रेंस चलने की योजना है. इन ट्रेंस की रफ्तार 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहने की संभावना है. हाई स्पीड ट्रेन चलाने के बारे सरकार अगले तीन महीने में रिर्पोट मिल जायेगी और उसके बाद याजना पर क्रियान्वयन हो सकेगा.

4. ट्रैक्स की क्षमता में बढ़ोत्तरी होगी. ट्रेन ट्रैक्स और लाइनों की क्षमता में 10 से 14 परसेंट तक इंप्रूवमेंट होने के चांसेज हैं. रेल मंत्री ने बताया कि जिन स्टेशनों पर प्रेशर ज्यादा होता है वहां पर दोहरी, तिहरी और चौहरी लाइंस डाली जायेंगी. इनसे मिलने वाले राजस्व से नई लाइने डाली जायेंगी. नेटवर्क में 1,219 सेक्शन अधिकतर पर कार्य का काफी दबाव है. बाई पास ट्रैक्स भी बनाये जायेंगे.

5. पूर्वोत्तर राज्यों को मुख्य धारा से जोड़ने पर ध्यान दिया जाएगा. अरुणाचल प्रदेश और मेघालय आदि को सीधे दिल्ली से कनेक्ट किया जाएगा.

6. जम्मू कश्मीर से भी कनेक्टिविटी बढ़ेगी. हर मौसम में ट्रेन्स बिना डिले हुए और बाधित हुए चल सके ऐसी व्यवस्था की जाने की योजना.

7. सेटेलाइट रेलवे टर्मिनल्स बनेंगे. पहले 10 चुनिंदा स्टेशंस पर ये सुविधा शुरू होगी और यहां से चलने वाली ट्रेंस बड़े स्टेशंस पर भी रुकेंगी.

8. अधिक दवाब वाली ट्रेनों में सवारी डिब्बे बढ़ाए जायेंगे. 24 डिब्बों वाली ट्रेनों को 26 डिब्बों वाली ट्रेन बनाया जाएगा. जनरल श्रेणीं के सवारी डिब्बे भी बढ़ेंगे.

9. 200 चुने हुए स्टेशंस को आर्दश स्टेशनंस के तौर पर डेवलप किया जायेंगा.

10. मालगाड़ियों की क्ष्मता बढ़ाने पर दिया जाएगा ध्यान. इसके लिए भी ट्रैक्स और स्पीड बढ़ाने की प्लानिंग है. मालगाड़ी के डिब्बे लीज पर दिए जायेंगे. खाली मालगाड़िया ट्रैक्स पर 100 किलोमीटर प्रति घंटा और भरी हुई गाड़ियां 75 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाने की योजना.

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