1- साफ-सफाई पर विशेष ध्यान
स्वच्छ भारत अभियान के तहत ट्रेनों में साफ-सफाई को लेकर ध्यान दिया जा सकता है. आम जनता को ट्रेन में यात्रा करते समय गंदे टॉयलेट और कोच देखकर काफी गुस्सा आता है. अब ऐसे में इस बजट में रेल की सफाई के लिए धन का आवंटन बढ़ना चाहिए. इसके अलावा ट्रेन में बॉयो-टॉयलेट (जिनमें पानी की आवश्यकता नहीं होती) और CCTV कैमरा लगाए जाएं तो लोगों को काफी सहूलियत मिल सकती है.

2- ऊर्जा संरक्षण
इस बजट में सौर ऊर्जा समेत हरित ऊर्जा के उपयोग की भी घोषणा की जा सकती है. गौरतलब है कि पिछली बजट में रेलमंत्री ने ट्रेन के ऊपर सोलर पैनल लगाए जाने का प्रस्ताव रखा था. अगर ऐसा किया जाता है तो रेल गाड़ियों का ईंधन भी बचेगा और रेलवे को आर्थिक रूप से लाभ भी होगा. हालांकि पीएम मोदी भी इस बात की पैरवी कर चुके हैं.

3- विदेशी निवेश
मोदी सरकार ने रेलवे में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिये प्लॉनिंग तो कर ली है. जिसके चलते स्टेशनों, रेलगाड़ियों के रखरखाव और लम्बी दूरी की रेल गाड़ियों को चलाने के लिए विदेशी निवेशकों को मौका दिया जाना चाहिए. इससे यात्रियों को सुविधा तो होगी ही वहीं रेलवे को फायदा भी होगा.

4- बुलेट ट्रेन
रेलमंत्री ने पिछले बजट में बुलेट ट्रेन को चलाने का ऐलान किया था. हालांकि ग्राउंड लेवल पर इस परियोजना में कोई खास प्रगति नहीं हुई है. वहीं जब एक ट्रायल लिया गया था, तो लोगों को उम्मीदें जगीं थी लेकिन अब यह मामला फिर से ठंडे बस्ते में चला गया. अब ऐसे में सुरेश प्रभु को इस बजट में बुलेट ट्रेन योजना की समय सीमा और बजट तय किया जाना चाहिए.

5- रेलवे यूनिवर्सिटी
देश में प्रस्तावित रेलवे यूनिवर्सिटी के लिए अभी तक जगह तक का सेलेक्शन नहीं किया गया है. इसके अलावा इसके शैक्षणिक और शासकीय ढांचे को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है. इस बजट में रेल मंत्री सुरेश प्रभु को इस बारे में धन का प्रावधान कर काम आगे बढ़ाना चाहिए.

6- चारधाम यात्रा
पिछले रेल बजट में प्रधानमंत्री मोदी ने चार धाम की यात्रा को रेल मार्ग से जोड़ने का ऐलान किया था. उसके लिए सर्वेक्षण शुरू करने की बात भी हुई थी. लेकिन केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री तक रेल नेटवर्क बनाने के लिए कोई पुख्ता कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है. इस बजट में रेलमंत्री को इस यात्रा को सुगम बनाने की कोशिश करनी चाहिए.

7- वैकेंसीज को जल्द भरा जाए
पिछले रेल बजट में सरकार ने खाली पड़े पदों पर भर्ती की बात कही थी. इसके साथ ही रेलवे सुरक्षा बल (RPF) में 17 हजार जवानों के साथ ही चार हजार अतिरिक्त महिला सुरक्षाकर्मियों की भर्ती का ऐलान किया था. हालांकि इस घोषणा की सच्चाई यह है कि अभी तक कोई भर्ती नहीं हो पाई है. इस बजट में खाली पड़े पदों को भरने की जरूरत है. इससे कई बेरोजगारों को काम भी मिलेगा.

8- एयरपोर्ट की तर्ज पर स्टेशन
पिछले बजट में तत्कालीन रेलमंत्री गौड़ा ने देश के 10 बड़े स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किए जाने का ऐलान किया था. हालांकि उस परियोजना पर भी अभी कुछ खास काम नहीं हुआ. इस बजट में उम्मीद की जा सकती है कि रेलमंभी प्रभु इस योजना को अमल में लाएंगे.

9- टक्कर रोधी प्रणाली
देश में विकसित रेल टक्कर रोधी प्रणाली की शुरुआत कोंकण से की गई थी. लेकिन उत्तर भारत समेत कई स्थानों पर इस प्रणाली का इस्तेमाल किए जाने की घोषणा के बावजूद काम शुरू नहीं हुआ. रेल मंत्री को इस महत्वपूर्ण योजना पर ध्यान देना चाहिए. यह प्रणाली रेल दुर्घटनाओं को रोकने में कारगर है.

10-
रिजर्वेशन सिस्टम में सुधार
रेल बजट में टिकट दरों और रिजर्वेशन सिस्टम को लेकर लोगों को खासा उम्मीदें हैं. आम जनता रिजर्वेशन में दलालों के जाल से मुक्ति पाना चाहती है. इसके अलावा लंबी कतारों और प्रतिक्षा सूची से निजात पाने की उम्मीद होगी. इस बजट में रेलमंत्री से जनता को उम्मीद है कि वे आरक्षण नीति को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाएंगे.

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