- अवैध पार्किंग से प्लेटफार्म और टिकट रिजर्वेशन काउंटर पर पहुंचना हुआ मुश्किल

- जंक्शन के एसएस ने स्थिति को कंट्रोल करने के लिए डीआरएम और डीएम को लिखा लेटर

BAREILLY:

रेलवे जंक्शन के सरकुलेटिंग एरिया में एक बार ऑटो ड्राइवर्स की मनमानी रेल यात्रियों पर भारी पड़ रही है। ऐसी ही अव्यवस्था पर बीते मार्च में रेलवे प्रशासन ने सख्ती की थी, तो ऑटो लेन में खड़े होने लगे थे। इस बीच रेलवे पुलिस के सुस्त होते ही सिस्टम डिरेल्ड हो गया। वहीं, स्टेशन सुपरिंटेंडेंट ने डीआरएम और डीएम को इस संबंध में लेटर लिख्ा है।

बेतरतीब खड़े होने लगे वाहन

जंक्शन के मुख्य गेट और टिकट रिजवर्ेंशन के बीच में ऑटो और टैक्सी ड्राइवर्स दोबारा बेतरतीब तरीके से वाहन खड़ा करने लग गऐ हैं। जंक्शन के सामने हनुमान मंदिर के पास और खाने-पीने की जो दुकानें हैं वहां तक ऑटो और टेम्पो ड्राइवर सवारियां भरने के लिए वाहन लगा रहे हैं। इससे सरकुलेंटिंग एरिया में हर वक्त जाम लगा रहता है। मुसाफिरों व पब्लिक को रिजर्वेशन काउंटर और प्लेटफार्म तक पहुंचना मुश्किल गया है। इतना ही नहीं रेलवे कोर्ट, बैंकों के लगे एटीएम के सामने भी वाहनों की पार्किंग हो रही है। जबकि रेलवे ने नो पार्किंग के बोर्ड लगा रखे हैं।

जीआरपी ने पैसे वसूलने से किया मना

नई व्यवस्था के तहत रेलवे प्रबंधन ने पार्किंग फीस बढ़ा दी है। ऑटो व टेम्पो चालकों से 300 महीने की जगह 1010 रुपए महीना पार्किंग का लिया जा रहा है, लेकिन ऑटो ड्राइवर फीस से बचने के लिए पार्किंग से बाहर वाहन खड़ा कर सवारी बैठा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इन सबके बावजूद रेलवे प्रबंधन ने चालकों से पार्किंग फीस वसूलने के लिए जीआरपी को कहा था, लेकिन जीआरपी ने पैसे वसूलने से साफ मना कर दिया। उनका कहना है कि महीने में 1010 रुपए एक ऑटो ड्राइवर के लिए अधिक होता है। यदि कोई ड्राइवर पार्किंग का इस्तेमाल 1010 रुपए देकर नहीं करना चाहता है, तो वह उसे जबरदस्ती नहीं वसूल सकते हैं।

बोर्ड धरे के धरे रह गए

टै्रफिक को कंट्रोल करने के लिए रेलवे प्रबंधन ने सरकुलेटिंग एरिया में करीब एक दर्जन बोर्ड लगवाए हैं। बोर्ड के माध्यम से ऑटो, रिक्शा, कार, टैक्सी की पार्किंग लेन और रूट तय किया गया। यही नहीं वाहनों को पार्किंग की कितनी फीस होगी बोर्ड पर लिखा गया है। ताकि, वाहन ओनर्स वाहनों की पार्किंग तय लेन में ही करें। जिससे वाहनों को बेतरतीब खड़े होने से पैसेंजर्स को किसी प्रकार की प्रॉब्लम्स न फेस करनी पड़े।

बॉक्स

- 1010 रुपए ऑटो और टैक्सी प्रति महीने पार्किंग शुल्क।

- 150 रुपए रिक्शा प्रति महीने पार्किंग शुल्क।

- वाहनों को गुजारने के लिए पार्किंग लेन का तीन रूट तय किया गया है।

- एक पार्किंग लेन से कार, दूसरे से टैक्सी और ऑटो और तीसरी से रिक्शा निकलेंगे।

- बिना फीस जमा किए एरिया में प्रवेश करने पर लगेगा जुर्माना।

अवैध पार्किंग को रोकने के लिए डीआरएम और डीएम दोनों लोगों को लेटर लिखा है। सिविल पुलिस, आरपीएफ और जीआरपी सभी मिल कर काम करें तो अवैध पार्किंग पर रोक लगे। देहात के भी ऑटो यहां तक आ रहे हैं।

सीएस शर्मा, स्टेशन सुपरिंटेंडेंट, बरेली जंक्शन