रेलवे इंटेलिजेंट्स यूनिट ने मुख्यालय को भेजी रिपोर्ट, मांगा जवाब

- कम मजदूरी की लालच में रोड साइड के लोगों से ठेकेदार ले रहे काम

VARANASI

कैंट रेलवे स्टेशन पर प्रपोज्ड रिमॉडलिंग वर्क के तहत करोड़ों रुपये का डेवलपमेंट वर्क चल रहा है। पीएम का संसदीय क्षेत्र होने से सेंट्रल गवर्मेंट इस रेलवे स्टेशन को लेकर काफी सीरियस है। उम्मीद है कि पैसेंजर्स एमिनिटीज के लिए यहां और भी डेवलपमेंट प्लान बनाया जा सकता है। लेकिन मुद्दे की बात यह है कि इन्हें फाइनल टच देने वाले लेबर्स क्या सुरक्षा मानकों पर खरे हैं?

रोजाना लाखों यात्रियों के दबाव वाले कैंट रेलवे स्टेशन के लिए ये बात काफी इम्पॉर्टेट है। क्योंकि यहां लेबर्स के भेष में कोई भी अपराधी या फिर आतंकवादी अपनी मंशा को अंजाम दे सकता है। इसे लेकर सीरियस रेलवे इंटेलिजेंस विंग ने मुख्यालय को एक कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट भेज दी है।

लालच में सुरक्षा से समझौता

रिमॉडलिंग प्लान के तहत प्रपोज्ड वर्क का काम नामी गिरामी कम्पनियां कर रही हैं। लोकल लेवल की एजेंसियों ने टेंडर हासिल करने के लिए न्यूनतम वर्किंग कॉस्ट शो किया था। अब तय समय में काम पूरा करने और मुनाफा निकालने के लिए ठेकेदार रोड साइड के लेबर्स को पकड़ कर काम करवा रहे है। रेलवे इंटेलिजेंस विंग की ओर से भेजी गयी कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट के अनुसार कैंट रेलवे परिसर में कार्यरत कुछ ठेकेदार अनवेरिफाइड लेबर्स से अपना काम करा रहे हैं। सीओ जीआरपी अनिल कुमार राय ने बताया कि इस प्रकार की लिखित शिकायत आयी तो संबधित ठेकेदार के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।