-लाल फाटक पर पटरियों की मरम्मत के चलते रेलवे ने लिया है मेगा ब्लॉक

-मुसाफिरों को मंजिल तक पहुंचाने के लिए ऑटो वाले ले रहे मनचाहे रुपए

BAREILLY

बरेली-लखनऊ रूट पर नई पटरियां डालने के लिए रेलवे ने संडे को जो मेगा ब्लॉक लिया, उससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था तो चरमरा ही गई। ऐसे में ऑटो वालों ने लोगों से मनचाहे रुपए वसूलना शुरू कर दिए हैं। जिससे लोगों को दोहरी मार पड़ रही है। वहीं ट्रैफिक पुलिस चौपुला चौराहे पर ट्रैफिक सिस्टम सुचारू बनाने की बजाय चालान काटने में ज्यादा रूचि दिखाई।

ऑटो वालों ने बढ़ाया किराया

लालफाटक बंद होने से पब्लिक की बढ़ी भीड़ देखकर ऑटो ड्राइवर ने किराया बढ़ा दिया है। चौपुला से बड़ा डाकखाना का आम दिनों में ऑटो ड्राइवर दस रुपया किराया लेते थे, लेकिन इसी दूरी के लिए ट्यूजडे को 20 रुपए वसूले गए। ऐसे में लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.जाम को खुलवाने के लिए प्रशासन की ओर से कोई भी ऐसा प्रयास नहीं किया जा रहा है।

स्टाफ ज्यादा फिर भी लगा जाम

दो दिनों से चौपुला चौराहे पर लग रहे जाम को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने ट्यूजडे को रोजाना से अधिक सिपाहियों की ड्यूटी लगाई। फिर भी चौपुला चौराहे पर वाहन रेंगते रहे। दोपहर जब स्कूलों की छुट्टी हुई तो स्थिति बेहद संजीदा हो गई और वाहनों की लंबी लाइनें चौराहे पर लग गई। वहीं ट्रैफिक पुलिस के सिपाही चौराहे के चारों ओर खड़े होकर आने वाले लोगों को रोककर उनके कागज चेक करते रहे। कागज न होने पर कोने में ले जाकर चालान काटने में व्यस्त रहे। जाम में फंसे लोगों ने अपने वाहन से उतरकर पैदल या ऑटो से अपने घर, ऑफिस तक का सफर तय किया।

दो दिन से दवा लेने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल नहीं जा पा रहा हूं। आज सुबह सोचा कि दवा ले आऊं तो ऑटो किया, लेकिन उसने किराया ज्यादा मांगा तो आज भी नहीं जा पाया। बाबूराम

इस चौराहे पर जाम की बात आम हो गई है। यहां पर ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक पर ध्यान देने की बजाय सिर्फ चालान काटने में लगे हुए हैं। यही वजह है कि ऑटो ड्राइवर्स ने भी लूटना शुरू कर दिया है।

रवि कुमार