एक साल पहले की गई घोषणाओं का ही रेलमंत्री कर गए लोकार्पण

दक्षिण भारत के लिए ट्रेन नहीं, भोजीपुरा-पीलीभीत रूट पर संचालन नहीं

BAREILLY:

लंबे इंतजार के बावजूद रेलवे के प्रभु की कृपा एक बार फिर बरेली पर नहीं बरसी। एक साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी नई ट्रेनों की सौगात के मामले में रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने बरेली मंडल को निराश कर दिया। संडे को एनईआर इज्जतनगर मंडल के विभिन्न निर्माण कार्यो व जनसुविधाओं का लोकर्पण करने रेलमंत्री सिटी स्टेशन पहुंचे थे। इस दौरान रेलमंत्री ने यूपी में रेलवे में किए जा रहे हजारों करोड़ के भारी भरकम निवेश की उपलब्धियां तो गिनाई, लेकिन बरेली के लिए जरूरी विभिन्न मांगों पर रेलमंत्री खामोश रहे। रेलमंत्री ने अपने संबोधन में न तो पिछले साल किए गए वादों को दोहराया, और न ही दक्षिण भारत के लिए ट्रेनों की घोषणा की,। साथ ही भोजीपुरा-पीलीभीत नए ब्रॉडगेज पर ट्रेनों के संचालन पर भी चुप्पी साधे रहे।

साल भर बाद भी अधूरे वादे

28 नवंबर 2015 को रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने बरेली सिटी स्टेशन पर बरेली मंडल के लिए कई मांगों को पूरा करने का वादा किया था। इनमें जनवरी 2016 में उत्तराखंड से वाया बरेली दक्षिण भारत के लिए ट्रेनों के संचालन भी शामिल था, लेकिन साल भर बाद भी दक्षिण भारत के लिए बरेली से होकर ट्रेन न चल सकी। बरेली से त्रिवेन्द्रम व भुवनेश्वर और काठगोदाम से केरल व कन्याकुमारी तक ट्रेनों के संचालन के प्रस्ताव भी रेल बजट में पेंडिंग पड़े हैं। वहीं रेलमंत्री ने पुष्पक व मंडोर एक्सप्रेस को बरेली से होकर संचालित करने पर भी जो उम्मीद दी थी, वह पूरी न हुई। 435 करोड़ के बजट से एनईआर भोजीपुरा वाया पीलीभीत टनकपुर रेल ट्रैक को ब्रॉडगेज कर रहा है। 220 करोड़ से भोजीपुरा-पीलीभीत रूट की 38 किमी लंबे रूट को ब्रॉडगेज किए जाने के बाद इस पर जल्द ट्रेन संचालन की उम्मीद थी., जो रेलमंत्री के कार्यक्रम में भी पूरी न हो सकी।

इन सुविधाओं को दिखाई हरी झंडी

रेलमंत्री दोपहर 1.35 बजे सिटी स्टेशन पर पहुंचे। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मंच पर रेलमंत्री के साथ ही केन्द्रीय राज्य वित्त मंत्री संतोष कुमार गंगवार, एनईआर जीएम राजीव मिश्र, इज्जतनगर मंडल डीआरएम निखिल पांडेय, भाजपा जिलाध्यक्ष रविन्द्र सिंह राठौर और भाजपा नेता गुलशन आनंद समेत अन्य मौजूद रहे। रेलमंत्री ने सिटी स्टेशन के 2 करोड़ के बजट से सेकंड एंट्री गेट निर्माण व अन्य मुसाफिर सुविधाओं, इज्जतनगर मंडल के 11 स्टेशनों पर 1 करोड़ की लागत से पाइप्ड वॉटर सप्लाई सुविधा, इज्जतनगर स्टेशन में 1-52 करोड़ की लागत से सेकंड एंट्री गेट निर्माण और 2.8 करोड़ के बजट से बिल्हौर, बर्राजपुर व कायमगंज स्टेशनों पर फुटओवर ब्रिज निर्माण का लोकार्पण किया।

गिनाई आंकड़ों की उपलब्धियां

अपने संबोधन में रेलमंत्री ने बरेली मंडल में शुरू होने वाली नई योजनाओं पर तो चुप्पी बनाई रखी, लेकिन यूपी में रेलवे पर हुए निवेश पर उपलब्धियां गिनाने से नहीं चूके। रेलमंत्री ने कहा कि पिछले ढाई साल में यूपी में 43,453 करोड़ के कार्य मंजूरी किए गए हैं। जिनमें 36,689 करोड़ की लागत से गेज कंवर्जन, रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण और नई लाइन के 37 निर्माण कार्यो, 2,101 करोड़ के बजट से रेलवे ट्रैक के इलेक्ट्रिफिकेशन के 12 कार्यो को और 4,155 करोड़ के बजट से 307 एफओबी//सब-वे के निर्माण को मंजूरी दी गई है। जबकि मुसाफिरों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए 508 करोड़ की लागत से 451 योजनाओं को हरी झंडी दिख्ाई गई।

यूपी में तीन गुना खर्च

बरेली में खुद से लगी उम्मीदों को पूरा न करने पर रेलमंत्री ने यूपी में रेलवे में तीन गुना निवेश किए जाने और इससे मुसाफिरों को राहत मिलने की बात कही। रेलमंत्री ने कहा कि यूपी में 2009-10 से 2014-15 तक रेलवे का औसत बजट आवंटन 1,109 करोड़ था। जबकि साल 2014-15 से 2016-17 तक रेलवे का औसत बजट आवंटन 3,405 करोड़ कर दिया गया। पिछले दो साल में यूपी में रेलवे पर तीन गुना से ज्यादा बजट खर्च किया गया है। इनमें

950 करोड़ की लागत से 213 किमी। रेलवे ट्रैक को ब्रॉडगेज बनाया जाना, 393 करोड़ की लागत से 74 किमी। रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण और 900 करोड़ की लागत से 987 किमी। रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा किया गया है। वहीं 182 एफओबी व सबवे का निर्माण किया गया।

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