-डीएलडब्ल्यू में चेयरमैन की ऑफिसर्स संग मीटिंग, सौर ऊर्जा पर बल

-ऑफिसर्स को धन का अपव्यय रोकने का दिया निर्देश

VARANASI: अंधरापुल के नीचे दो की बजाय तीन रास्ते बनाएं जाने के मामले को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने सुलझाने का निर्देश दिया है। वह शनिवार को कैंट रेलवे स्टेशन का इंस्पेक्शन करने एक दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली से आए थे। वाराणसी विकास समिति की पहल पर लखनऊ मंडल के डीआरएम एके लाहोटी को पूरे मामले को समझने और जनहित में कार्य करने का निर्देश दिया। इसके पहले समिति के अध्यक्ष आरके चौधरी के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने चेयरमैन को ज्ञापन सौंपा। इधर, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने डीएलडब्ल्यू में नार्दन रेलवे, एनईआर व डीजल रेल इंजन कारखाने के ऑफिसर्स संग मीटिंग में धन का अपव्यय रोकने का निर्देश दिया। हर कार्य को मितव्ययिता को आधार बनाकर करने को कहा। मीटिंग में मित्तल ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। बिजली संकट के बाबत डीएलडब्ल्यू समेत नार्दन व एनईआर के स्टेशंस पर सोलर प्लांट लगाकर बिजली की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया।

इंजन निर्माण को अमेरिकी टेक्निक

अब तक का सबसे शाक्तिशाली म्000 एचपी का इंजन बनाने के लिए अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिकस् व जनरल मोर्टस् का हेल्प लिया जाएगा। इस विषय पर भी मंथन किया गया। मीटिंग में डीएलडब्ल्यू के जीएम एके हरित, योगेश अस्थाना, एके गोयल, केबी सहाय, पी अनंत, एके सिंह, हृदय नारायण, मनीष कुमार गुप्ता, प्रदीप मिश्र समेत कई ऑफिसर प्रेजेंट रहे।

बार-बार नहीं आते चेयरमैन, बुके कहां है

चेयरमैन से मिलने गए कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों से जीएम ने कहा कि बुके लाएं हैं। भाई चेयरमैन बार बार नहीं आते। पहले वेलकम करना चाहिए, उसके बाद अपनी बात रखनी चाहिए। बहरहाल, तब तक चेयरमैन जीएम कक्ष में आ गए। कर्मचारियों ने एफडीआइ, निगमीकरण, नई पेंशन योजना समाप्त करने, प्रमोशन, बोनस, वर्दी आदि के बाबत ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने वालों में कर्मचारी परिषद के संयुक्त सचिव अमर सिंह, मजदूर संघ के महासचिव नरेंद्र कुमार मिश्र, अविनाश पाठक समेत पन्नालाल, सुशील सिंह आदि शमिल रहे।