- यूनियन के नेताओं ने ऑफिस को गोदाम बना दिया

- रेलवे अधिकारियों के संरक्षण में चल रहा सारा खेल

BAREILLY:

नॉर्दर्न रेलवे के मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों की दबंगई इन दिनों चरम पर है। रेलवे ने यूनियन नेताओं को ऑफिस खोलने के लिए जो क्वॉर्टर दिये हैं। उसमें उन्होंने अवैध वेंडर्स के गोदाम बनवा दिये हैं। जहां पर वेंडर्स अपनी दुकान का सामान रखते हैं। जरूरत के हिसाब से ट्रेनों और प्लेटफार्म पर सामान ले जाकर बेचने का काम करते हैं। इतना ही नहीं शाम होते ही ऑफिस के सामने भी ठेली लग जाती है। यूनियन के नेताओं का यह गोरखधंधा रेलवे अधिकारियों के संरक्षण में फल फूल रहा है।

गैस चूल्हा से फ्रीज तक

जंक्शन पर पार्सल घर के पास ही नॉर्दर्न रेलवे मजदूर यूनियन का ऑफिस बना हुआ है। ऑफिस पर यूनियन के शाखा अध्यक्ष जेएन लाल और शाखा सचिव एके चौबे का नाम लिखा हुआ है। ऑफिस में बैठ कर यूनियन के हित में बात करने की बजाय उन्होंने उसे गोदाम बना दिया है। जहां पर फ्रीज, गैस चूल्हा, आलमारी, खाने-पीने की चीजें बनाने के लिए भगोना और केतली रखी हुई है। दिन भर ट्रेन और प्लेटफार्म पर खाने-पीने का सामान बेचने के लिए यहीं से जाता है। जैसे ही शाम ढलती है ऑफिस के सामने ठेला लग जाता है। जहां पर देर रात तक चाय, गुटखा और ब्रेड बिकने का काम होता है।

ठेकेदार भी रखते हैं अवैध वेंडर

वहीं दूसरी ओर जीआरपी के ठीक पीछे पानी की टंकी के पास भी अवैध वेंडर्स सक्रिय हैं, जहां पर अवैध तरीके से ठंडा पानी की बोतल, पेटीज और कोल्ड ड्रिंक पड़ा रहता है। चोरी छिपे वेंडर्स यहां से सामान ले जाकर प्लेटफार्म और ट्रेनों में बेचने का काम करते हैं। सूत्रों की मानें तो यह सारा काम जंक्शन पर सहकारी समिति का ठेला लगाने का इजाजत ले रखे ठेकेदार राजकुमार शर्मा के माध्यम से होता है, जो कि अवैध वेंडर्स को अपना वेंडर बता कर सामान बेचने वालों से 200 से 300 रुपए रोजाना लेता है।

132 रजिस्टर्ड घूम रहे 600 से अधिक

जबकि जंक्शन पर खाने-पीने के सामान बेचने के लिए 132 वेंडर रजिस्टर्ड हैं। एक ठेली के लिए चार वेंडर रखे जा सकते हैं, लेकिन ऐसी स्थिति नहीं हैं। जंक्शन पर इस समय 500 से 600 वेंडर्स सक्रिय हैं, जो कि अवैध रूप से खाने-पीने का सामान प्लेटफार्म और ट्रेनों में बेचने का काम धड़ल्ले से कर रहे हैं। यह सब ठेकेदार और यूनियन के नेता करा रहे हैं। इसके बदले रेलवे अधिकारियों के पास मोटी रकम पहुंच रही है। जिसकी वजह से वह सब कुछ जानते हुए भी मौन बने हुए हैं।

जो ऑफिस या क्वॉर्टर रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों को अलॉट है उसका इस्तेमाल उसी परपज से होना चाहिए। यदि किसी ने उसे अवैध वेंडर्स के गोदाम बना रखे हैं, तो यह गलत है। इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की जाएगी।

चेतन स्वरूप शर्मा, एसएस, जंक्शन