- एक्स्ट्रा कोच लगने वाली ट्रेंस में बिना जुगाड़ के वसूलते थे पैसा

- 70 के अंदर वेटिंग वाला टिकट कंफर्म कराने का दावा कर कर रहे थे हजारों की कमाई

- रेलवे ने डिसीजन के साथ ही इंफॉर्मेशन अपडेट का लिया फैसला, लुटने से बच गए पैसेंजर्स

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : कुछ एक्स्ट्रा पैसे खर्च कर लिए जाएं तो कंफर्म टिकट मिल ही जाएगा। ऐसी सोच रखकर दलालों की हेल्प से ट्रेन रिजर्वेशन कराने वाले पैसेंजर्स को अब झटका लग सकता है। रेल एडमिनिस्ट्रेशन की नई पहल से दलालों की दुकानों पर ताले लगने की नौबत आ चुकी है। लिमिटेड वेटिंग और एक्स्ट्रा कोचेज की जुगलबंदी के खेल से टिकट कंफर्म कराने का दावा करने वाले दलालों की उम्मीदों पर रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने पानी फेर दिया है। जीएम राजीव मिश्र के निर्देश पर शुरू हुई इस पहल से एक्स्ट्रा कोच का डिसीजन होते ही वेटिंग लिस्ट ऑटोमेटिक कंफर्म हो जा रही है, जिससे कि लास्ट मोमेंट पर टिकट कराकर कंफर्म कराने का दावा करने वाले दलालों की दुकान बंद होने की नौबत आ चुकी है।

क्या है रेलवे की पहल

एनई रेलवे के जनरल मैनेजर राजीव मिश्र के निर्देश पर सभी गाडि़यों को ऑनलाइन टर्मिनल से जोड़ दिया गया है। जैसे ही कोई भी चेंज होता है, वह ऑटोमेटिक अपडेट होता रहता है। इस सीरीज में एक्स्ट्रा कोच लगाने के डिसिजन के साथ ही उसे टर्मिनल अपडेट कर लेगा। इससे जिस दिन एक्स्ट्रा कोच लगाने का डिसिजन लिया गया है, उस दिन और ट्रेन के पैसेंजर्स की अगर स्लीपर का है तो 72 वेटिंग तक कंफर्म हो जाएगी। इसी तरह बाकी क्लास भी अपडेट होंगे।

एक्स्ट्रा कोच के भरोसे ले लेते हैं 'ठेका'

रेलवे रिजर्वेशन में बढ़ रही सख्ती और तत्काल का खेल फेल होने के बाद मीडिएटर्स ने नई तरकीब निकाली। रेलवे अपनी किन गाडि़यों में और कितना एक्स्ट्रा कोच लगा रहा है, दलाल उनका पता लगा ले रहे थे। इसके हिसाब से वह अपनी डीलिंग कर रहे हैं। अगर किसी गाड़ी में एक एक्स्ट्रा कोच लगता और उसकी वेटिंग 72 के नीचे होती, तो ऐसे मामले में दलाल फौरन ही उस गाड़ी का टिकट कंफर्म कराने का दावा कर रहे हैं, जिसके बदले वह पैसेंजर्स से मनमाना पैसा ऐंठ रहे हैं। पैसेंजर्स को भी जाना है तो टिकट लेने के लिए मनमाना पैसा ले रहे हैं।

आपको भी मिल सकता है कंफर्म टिकट

रेलवे की इस पहल का आप भी फायदा उठा सकते हैं। बस इसके लिए आपको रेलवे किन गाडि़यों में एक्स्ट्रा कोच लगाने का डिसिजन ले रहा है, इसकी रेग्युलर मॉनीटरिंग करनी है। इसमें अगर स्लीपर में एक्स्ट्रा कोच लग रहा है और उसमें वेटिंग 72 से नीचे है, तो आपका टिकट कंफर्म हो जाएगा। इसके लिए आपको न तो कोई जुगाड़ लगाने की जरूरत है और न ही एक्स्ट्रा पैसा खर्च करने की। वहीं एसी में सीट के मुताबिक वेटिंग लिस्ट से कम होने की कंडीशन में उसकी वेटिंग भी आसानी से कंफर्म हो जाएगी।

पैसेंजर्स की वेटिंग कंफर्म हो सके और मीडिएटर्स पर लगाम लग सके। इसके लिए जीएम राजीव मिश्र ने एक्स्ट्रा कोच लगते ही उसे फौरन अपडेट करने का निर्देश दिया है।

- आलोक कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनईआर