BAREILLY:

बरेली से लखनऊ और दिल्ली जाने वाले रूट पर 24 घंटे के अंदर एक बार फिर यात्रियों की जान जोखिम में पड़ गई थी, जब मंडे रात रेलवे अधिकारियों ने चटकी पटरियों से दो दर्जन से अधिक ट्रेनों को गुजार दिया। तीन स्थान पर पटरियों में फ्रैक्चर था, तो एक स्थान पर पटरी में बड़ा गैप था। रूटीन इंस्पेक्शन में इसका खुलासा हुआ तो अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। अफसर तुरंत मौके पर पहुंचे, जिससे ट्रेनों का संचालन एक बार फिर बेपटरी हो गया। वहीं संडे रात पटरियों पर छह जगह फ्रैक्चर और एक गैप मिला था।

 

एक ही स्थान पर चटक रही पटरियां

रेलवे जर्जर पटरियों पर ट्रेनें दौड़ाकर हजारों यात्रियों की जान से खिलवाड़ कर रहा है। यह इस बात से भी जाहिर होता है कि मंडे रात पटरियां उन्हीं स्थानों पर एक बार फिर चटकी जहां संडे रात पटरियों में फ्रैक्चर पाया गया था। नगरिया-मिलक 1332/10 से 1342/15 के बीच अपलाइन पर दो जगहों पर फ्रैक्चर मिला। बंथरा से शाहजहांपुर के बीच पटरी एक जगह से चटक गई थी। बरेली से लखनऊ के बीच एक बड़ा गैप पाया गया। यह भी समस्या अप लाइन पर ही पायी गई। पटरियां चटकने की जानकारी मिलते रेलवे का इंजीनियरिंग दस्ता मरम्मत कार्य शुरू कर दिया। करीब दो घंटे तक पटरियों के बदलने का काम किया गया, जिसका असर ट्रेनों के संचालन पर भी पड़ा।

 

रात में भी पटरियों की होगी निगरानी

24 घंटे के भी पटरियों पर 9 स्थानों पर फ्रैक्चर और दो स्थानों पर गैप होने के मामले को डीआरएम एके सिंघल ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने दिन में रूटीन चेकिंग की व्यवस्था के साथ ही रात में भी पटरियों की चेकिंग करने के निर्देश दिए हैं। ट्रैकमैन की ड्यूटी रात 11 बजे से लेकर 6 बजे सुबह तक लगाई जाएगी। क्योंकि, सुबह 5 बजे के करीब पटरियों के सिकुड़ने से चटकने की घटना सबसे अधिक होती है। इस समय टेम्प्रेचर में वैरिएशन सबसे अधिक होता है। लिहाजा, पटरियों में गैप और चटकने का खतरा बढ़ जाता है। 3-3 किमी के दायरे में एक ट्रैकमैन लगातार इंस्पेक्शन करेगा। वहीं, ट्रैकमैन और अन्य कर्मचारियों को जीपीएस से भी जोड़ने का काम किया जा रहा है। ताकि, यह सुनिश्चित हो सके कि ट्रैकमैन पटरियों की जांच में कोई लापरवाही न बरत सकें।

 

साढ़े 3 घंटे तक फंसी रही ट्रेनें

जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर 3 पर साढ़े तीन घंटे तक ट्रेन संख्या 54078 खड़ी रहने से ट्यूजडे को जंक्शन पर समस्या उत्पन्न हो गई। ट्रेन में इतना अधिक लगेज भरा था कि कर्मचारियों साढ़े तीन घंटे तक लगेज ही उतारने में लगे रहे। इस दौरान प्लेटफार्म नम्बर 3 पर लगने वाली ट्रेनें आउटर पर फंसी रहीं।

 

मात्र एक मिनट का ठहराव

एनईआर की 19 ट्रेनों का 19 स्टेशनों पर मात्र एक मिनट का ठहराव होगा। इनमें 14 एक्सप्रेस और 5 पैसेंजर्स ट्रेनें शामिल हैं। इन ट्रेनें का स्टेशन पर ठहराव अगले आदेश तक रहेगा। इनमें सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस, कानपुर कासगंज एक्सप्रेस, छपरा-मथुरा एक्सप्रेस, काठगोदाम-जम्मूतवी एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों का समय प्रभावित रहा।

 

आज बंद रहेगा फाटक

एनईआर दोहना स्टेशनों के मध्य किमी संख्या 310/1-2 पर स्थित समपार संख्या 236/एसी कत्था फैक्ट्री फाटक को सावधिक ओवर हालिंग एवं ट्रैक मरम्मत के चलते 1 नवम्बर सुबह 8 बजे से सायं 5 तक बन्द रहेगा।

 

- 250 फ्रैक्चर वर्ष भर में रेल पटरियों पर होता है।

- 200 से अधिक ट्रेनें बरेली से होकर गुजरती हैं।

- 100 वर्ष पुरानी बिछी है एनआर मुरादाबाद डिवीजन की लाइन।

- गर्मी में पटरियों का टेम्प्रेचर 70 डिग्री सेंटीगेट तक पहुंच जाता है

- 50 सेंटीगे्रट टेम्प्रेचर है इस समय।

- 35-40 सेंटीग्रेट टेम्प्रेचर झेल पाती हैं पटरियां।

- 5 बजे सुबह पटरियों के चटकने की घटना अधिक होती है।

 

हादसा रोकने का प्रयास

- 11 बजे रात से 6 बजे सुबह तक ट्रैकमैन की लगेगी ड्यूटी।

- 3-3 किमी पर तैनात किए जाएंगे ट्रैकमैन।

- जीपीएस से लैस किए जा रहे ट्रैकमैन और गैंगमैन।

- फिलहाल सुबह और शाम ही होती है ट्रैक की जांच।

 

टेम्प्रेचर के वैरिएशन के चलते इस समय पटरियां अधिक चटकती हैं। कोई हादसा न हो इसके लिए ट्रैकमैन की पूरी रात 3-3 किमी पर ड्यूटी लगाई जाएगी।

संजीव मिश्र, एडीआरएम, एनआर मुरादाबाद डिवीजन