- अब टूंडला कंट्रोल से ही संचालित होगी कानपुर से गाजियाबाद तक की ट्रेनें

- आपसी तालमेल बेहतर बनाने को मोबाइल ट्रेन रेडियो कम्यूनिकेशन प्रणाली की शुरूआत

टूंडला: ट्रेनों के संचालन को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए के रेल मंत्रालय द्वारा टूंडला में केन्द्रीयकृत ट्रैफिक प्रणाली की स्थापना की जा रही है। जिसके जरिए कानपुर से गाजियाबाद के मध्य चलने वाले ट्रेनों को एक ही स्थान से संचालित किया जा सकेगा। इस प्रणाली के शुरू होने से टे्रन दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा।

रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि रेल मंत्रालय गाजियाबाद-कानपुर रेलखंड के टूंडला स्टेशन पर आधुनिकतम रेलगाड़ी नियंत्रण प्रणाली की स्थापना की जा रही है। जिसका कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। केन्द्रीयकृत ट्रैफिक प्रणाली की सहायता से गाजियाबाद से कानपुर के मध्य चल रही सभी रेलगाडिय़ों को एक ही स्थान से संचालित किया जा सकेगा। इस प्रणाली की स्थापना हेतु 6 स्टेशनों पर साफ्टवेयर विकसित करने के साथ ही टूंडला में बन रहे केन्द्रीयकृत ट्रैफिक कंट्रोल टावर की चे¨कग अधिकारियों द्वारा पूरी कर ली गई है। इस अत्याधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से उत्तर मध्य रेलवे की लाईन क्षमता में भी उल्लेखनीय वृद्धि के साथ ही रेल संरक्षा भी बेहतर होगी। भारतीय रेल के सिगन¨लग एवं टेलीकॉम प्रणाली के आधुनिकीकरण का यह कार्य रेल मंत्रालय द्वारा नियुक्त किए गए जर्मन कन्सल्टेन्ट द्वारा बनाए गए मापदण्डों के आधार पर किया जा रहा है। इस आधुनिकीकरण कार्य के तहत टूंडला में अत्याधुनिक केन्द्रीयकृत ट्रैफिक कंट्रोल प्रणाली की स्थापना के साथ ही ऑटोमेटिक सिगन¨लग, पुराने सिगन¨लग गियरों का रिपलेसमेन्ट, स्टेशनों पर आधुनिकतम इलेक्ट्रोनिक इंटरलॉ¨कग की स्थापना एवं रेल परिचालन के दौरान चालक एवं गार्ड, स्टेशन मास्टर व नियंत्रण कक्ष के मध्य बेहतर संचार व्यवस्था बनाने के मकसद से से मोबाइल ट्रेन रेडियो कम्यूनिकेशन प्रणाली लगाने का कार्य किया जा रहा है। इस नई प्रणाली के फल स्वरूप यदि गेट खुला होता है तो गेट के पहले का सिगनल लाल रहेगा और किसी मानवीय भूल के कारण दुर्घटना की संभावना न के बराबर रहेगी।