-रेलवे बोर्ड के नक्शे पर दर्ज होगी ब्रह्मा की नगरी बिठूर
- निर्माण कार्य का टेंडर खुला, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
KANPUR। रेलवे बोर्ड ने कानपुराइट्स को न्यू ईयर का गिफ्ट देने की योजना अभी से बना ली है। आने वाले नए साल में एक बार फिर से ब्रह्मावर्त नगरी रेलवे बोर्ड के नक्शे पर होगी। हालांकि अब इसे बिठूर के नाम से जाना जाता है। जी हां, नए साल से कानपुराइट्स बिठूर तक ट्रेन में सफर कर सकेंगे। इज्जतनगर मंडल पीआरओ संजय यादव के मुताबिक निर्माण कार्य का टेंडर खुल चुका है। निर्माण कार्य भी जल्द शुरू हो जाएगा।
डाली जायेगी ब्रॉडगेज लाइन
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक मंधना स्टेशन से ब्रह्मावर्त स्टेशन तक पहले से ही नैरोगेज लाइन बिछी हुई है। जिसे हटा कर ब्रॉडगेज रेलवे लाइन डालनी है। जिसमें ज्यादा समय नहीं लगेगा। उम्मीद यह है कि लाइन बिछाने का कार्य नए साल शुरू होने के पहले ही पूरा हो जाएगा।
17.95 करोड़ का प्रोजेक्ट
जानकारी के मुताबिक मंधना से ब्रह्मावर्त तक 8.04 किमी तक रेलवे लाइन बिछाने, स्टेशन के सुंदरीकरण व पुल बनाने के लिए रेलवे बोर्ड ने 17.95 करोड़ का बजट पास किया है। निर्माण कार्य का ठेका ले चुके ठेकेदारों को यह कार्य अगले वर्ष जून से पहले खत्म करने का समय रेलवे बोर्ड ने दिया है।
क्या-क्या होगा निर्माण
इज्जतनगर रेलवे बोर्ड के पीआरओ संजय यादव ने बताया कि मंधना व ब्रह्मावर्त स्टेशन के बीच एक मेजर ब्रिज, 16 माइनर ब्रिज, एक अंडर ब्रिज, 10 लेवल क्रासिंग व दो स्टेशनों का निर्माण कार्य किया जाएगा। जिसका टेंडर 27 अगस्त को खोला जा चुका है।
ब्रह्मावर्त का इतिहास
माना जाता है कि बिठूर को भगवान ब्रह्मा जी ने अपने निवास स्थान के रूप में चुना था। जहां पर उन्होंने मानव जाति का सृजन किया था। वैसे इसे ब्रह्मा जी की गद्दी के नाम से भी स्थानीय लोग पुकारते हैं। मान्यता ये भी है कि यहां पर स्थापित शिवलिंग जी की स्थापना ब्रह्मा जी ने ही की थी। जिसे वर्तमान में ब्रह्मेश्वर महादेव के नाम से पूजा जाता है। लोगों का मानना है कि यहां पर ब्रह्मा जी के घोड़े का एक नाखून भी रखा हुआ है। इसलिए इसका धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व भी है।
स्थानीय लोगों में खुशी की लहर
रेलवे बोर्ड द्वारा ब्रह्मावर्त स्टेशन को दोबारा अपने नक्शे में लेने की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है। लोगों का मानना है कि बिठूर तक ट्रेन चलने से उनका क्षेत्र पहले से अधिक विकसित हो जाएगा।
खत्म हो चुका था ब्रह्मावर्त स्टेशन
रेलवे के नक्शे से ब्रह्मावर्त स्टेशन सालों पहले खत्म हो गया था। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक पहले मंधना से ब्रह्मावर्त स्टेशन तक छोटी लाइन की ट्रेनें चलती थी। इस रूट में यात्रियों की संख्या नाम मात्र होने के चलते इस स्टेशन को खत्म कर दिया गया था।
'ब्रह्मा जी का निवास स्थान बिठूर धीरे-धीरे अपना अस्तित्व खोता जा रहा था। युवा पीढ़ी इस ऐतिहासिक स्थान के बारे में जानती ही नहीं है। ब्रह्मावर्त स्टेशन एक बार फिर रेलवे के नक्शे में आ जाने से इस स्थान का आस्तित्व दोबारा वापस मिल गया है.'
हरीशंकर, बिठूर
'बिठूर तक ट्रेन चलने से यहां आने वाले टूरिस्ट की संख्या पहले से अधिक हो जायेगी। इससे हमारे व्यापार में वृद्धि होगी.'
देवेन्द्र सिंह
'रेलवे के इस फैसले से हम लोग काफी खुश हैं। रेलवे स्टेशन दोबारा शुरू हो जाने से क्षेत्र में देर रात तक लोगों की हलचल रहेगी। वर्तमान से स्थानीय मार्केट शाम होते ही बंद हो जाती है.'
प्रताप सिंह
'ब्रह्मावर्त स्टेशन दोबारा शुरू हो जाने से क्षेत्र का विकास होगा। बिजली की समस्या कुछ हद तक ठीक हो जाएगी। यहां टूरिस्टों के आने से क्षेत्र का विकास पहले से अधिक होगा.'
महेन्द्र सिंह