एक्सक्लूसिव

- रेलवे विजिलेंस की रिपोर्ट में खुलासा, अवैध वेंडर्स साबित हो सकते हैं घातक

- आतंकी अवैध वेंडर्स की मदद से किसी बड़ी वारदात को दे सकते हैं अंजाम

- आपराधिक घटनाओं में संलिप्त अवैध वेंडर्स की मुख्यालय से मांगी गई लिस्ट

-रेलवे आतंकियों के निशाने पर होने से आरपीएफ व जीआरपी को किया गया सतर्क

KANPUR। कानपुर में लगातार ट्रेन दुर्घटनाओं के बाद से रेलवे अफसरों की नींद पहले ही उड़ी हुई है, उसके बाद आईएसआईएस की ओर से मिली धमकी ने उनके होश उड़ा दिए हैं। इसी बीच रेलवे विजिलेंस से मिली गोपनीय रिपोर्ट ने भी रेलवे अधिकारियों के साथ सुरक्षा बलों को मुश्किल में डाल दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, स्टेशन परिसर और ट्रेनों में चलने वाले अवैध वेंडर्स सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं और कभी भी घातक सिद्ध हो सकते हैं। रिपोर्ट मिलते ही आरपीएफ और जीआरपी की निगाहें अपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुके अवैध वेंडर्स पर टिकी हुई है। रेलवे हेड क्वार्टर के आदेश पर उनका पूरा रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है।

सीक्रेट टीम का गठन

विजिलेंस रिपोर्ट में लिखा है कि सेंट्रल स्टेशन जीआरपी व आरपीएफ के सीनियर ऑफिसर्स के आदेश पर संदिग्धों पर नजर रखने के लिए एक सीक्रेट टीम का गठन किया गया है। यह टीम दस वर्षो से अपराधिक घटनाओं में संलिप्त अवैध वेंडर्स की करंट लोकेशन और एक्टिविटीज का भी पता लगाएगी।

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पेट्रोलिंग के वाकिफ होते अवैध वेंडर

-आउटर में होने वाली कई अपराधिक घटनाओं में अवैध वेंडर्स का हाथ पाया गया

- अवैध वेंडर्स ट्रेनों में डकैती, लूटपाट व चोरी के मामलों तक में जेल जा चुके हैं

- अवैध वेंडर्स जीआरपी व आरपीएफ की चौकियों व पेट्रोलिंग से वाकिफ हैं

- खुफिया रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि अवैध वेंडर सुरक्षा में सेंधमारी कर सकते हैं

- अपराधिक घटनाओं में शामिल रहे अवैध वेंडर्स की गतिविधयों पर नजर रखी जा रही है

कोट

आगरा में आईएसआईएस की ओर से लेटर भेजकर धमकी देने और दो बम धमाकों के बाद फोर्स को एक्टिव कर दिया गया है। इसके साथ ही सीक्रेट फोर्स का भी गठन किया गया है। कई और भी खुफिया जानकारियां मिली हैं जिनको की शेयर नहीं किया जा सकता है।

रामकृष्ण मिश्रा, सीओ, जीआरपी सीएनबी