- 5 वर्षो बाद शहर में हवा की रफ्तार दर्ज की गई 18 किमी। प्रति घंटा

- आंधी चलने से पेड़ और यूनिपोल हुए धराशाई, घरों पर गिरे पेड़

BAREILLY:

सीएम के आने से पहले आंधी पानी शहर की तस्वीर ही पलट दी। भयंकर गर्मी और उमस से परेशान लोग सीएम के आगमन की तैयारियों में जुटे हुए थे। इस बीच ऐसी आंधी-बारिश आई की मौसम को खुशनुमा बना गई। बारिश संग चली आंधी ने पिछले 5 वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वेदर एक्सपर्ट के मुताबिक 18 किमी। प्रति घंटा हवा की रफ्तार दर्ज की गई। जो आमतौर पर 5 से 9 किमी। के बीच दर्ज की जा रही थी। लगभग तूफान की गति से चल रही हवा ने पेड़, बिजली के पोल को उखाड़कर दूर फेंक दिया। सुबह से दोपहर तक शहरवासी जाम के झाम में फंसा रहा।

बरसी राहत की बारिश

वेस्टर्न डिस्टर्बेस के चलते पिछले दिनों बारिश की संभावना वेदर एक्सपर्ट जता रहे थे। संडे दिन भर धूप से झुलसाने के बाद रात करीब 11 बजे मौसम पूरी तरह बदल गया। मंडे भोर में अचानक बने लो प्रेशर जोन से पर्वत के बादल तेज हवाओं संग शहर में प्रवेश करने लगे। भोर में 4 से 6 बजे वहीं, शाम 7 बजे फिर से तेज हवा के साथ बारिश ने शहर में जमकर बरसात की। मंडे को 35 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश के बाद मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। चिलचिलाती धूप से लोगों को राहत मिली। वेदर एक्सपर्ट आगामी 5 दिनों में फिर बारिश की संभावना जता रहे हैं।

आंधी ने मचाई तबाही

रात भर उमस से बेहाल हुए लोगों को भोर में हुई बारिश के बाद राहत मिली। चैन की नींद सो कर जागने के बाद लोगों के सामने आफत बिखरी हुई दिखी। सीएम की तैयारी के लिए रामगंगा तिराहे पर सजाया गया भव्य मंच पूरी तरह ध्वस्त हो गया। बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स, कुर्सियां व अन्य को हवा ने उखाड़र दूर फेंक दिया। सैकड़ों पेड़, दर्जनों पोल आंधी में उखड़कर रास्ते पर गिर पड़े। इसके अलावा यात्री शेड़ भी धराशाई हो गए। आंधी में धराशाई हुए कई पेड़ों और पोल्स ने रास्तों को राहगीरों के लिए मुसीबत का सबब बन गए। कई जगहों पर घरों समेत माननीयों के प्रतिमाओं पर गिर पड़े।

आफत की हुई बारिश

राहत की उम्मीद लगाए लोगों को आफत बरसने की संभावना का कतई अंदाजा नहीं था। कई शहरवासियों पर बारिश आफत बनकर बरसी। कुदेशिया फाटक से हार्टमन के रास्ते में कुछ ही दूरी पर दो पेड़ गिरे। एक गोदाम पर गिरा जिससे गोदाम की दीवार ढह गई। दूसरा, नीम का पेड़ हार्टमन रोड निवासी राजू के मकान पर गिरा। जिससे आधे से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हो गया। राजू ने छतिग्रस्त होने की सूचना नगर निगम को दे दी है। इसके अलावा सेना की ओर से बनाई जा रही बरेली क्लब के सामने की दीवार भी गिर पड़ी। वहीं, सुभाषनगर में मकान का छज्जा गिरने समेत अन्य जगहों पर आफत की बारिश हुई। गनीमत यह रही कि आंधी से हुई इस तबाही के बावजूद कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ।

जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर चार बिजली का पोल गिरने से ढका निवासी नरेंद्रपाल व नन्हें घायल हो गए।