अब अदालत 18 सितंबर को उनकी याचिका पर सुनाई करेगी.

इससे पहले जोधपुर की एक अदालत ने आसाराम को फिर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.

सोमवार सुबह पुलिस ने आसाराम को अदालत में पेश किया. इस दौरान लाल रंग की एक टोपी पहने आसाराम काफी उदास नजर आ रहे थे.

अभियोजन पक्ष ने अदालत से कहा कि मामले की जांच अभी जारी है, इसलिए आसाराम को न्यायिक हिरासम में भेज दिया जाए. इस पर अदालत ने उन्हें 30 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

आसाराम के सहयोगी शिवा की भी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई है.

नाड़ी दोष

आसाराम ने अदालत से कहा कि उन्हें त्रिशूल नाड़ी का दोष है, इसके इलाज के लिए उन्हें वैद्य की जरूरत है. उनकी इस मांग पर अदालत ने कहा कि वो अपने वकील के जरिए अर्जी दाखिल करें हम उस पर विचार करेंगे.

"पीड़ित पक्ष को धमकी दी जा रही है. यह मामला उत्तर प्रदेश के अधिकार क्षेत्र में आता है, इसलिए पहले वहां कार्रवाई की मांग की जाएगी. अगर वहाँ कार्रवाई नहीं हुई तो जोधपुर में इसकी शिकायत की जाएगी"

-मनीष व्यास, पीड़ित पक्ष के वकील

अदालत की कार्यवाही रजिस्टर पर आसाराम ने दस्खत करते हुए आसाराम लिखा और कुछ देर रुककर कहा कि वे इस पर बापू भी जोड़ना चाहते हैं. अदालत ने उन्हें इसकी इजाजत दे दी.

इसके पहले अदालत ने चार सितंबर को  आसाराम के वकीलों की दलीलें खारिज करते हुए उनकी  जमानत याचिका खारिज कर दी थी. आसाराम के वकीलों ने जोधपुर हाई कोर्ट मे आसाराम की जमानत याचिका दाखिल की है.

जोधपुर हाई कोर्ट सोमवार दोपहर बाद उनकी जमानत पर सुनवाई कर सकती है.

धमकी का टेप

इस मामले में पीड़ित पक्ष के वकील ने मनीष व्यास ने अदालत से बाहर दावा किया की उनके मुवक्किल को धमकी दी जा रही है. उन्होंने कहा कि यह मामला उत्तर प्रदेश के अधिकारक्षेत्र में आता है, इसलिए पहले वहां के प्रशासन से कार्रवाई की मांग की जाएगी. अगर वहाँ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो जोधपुर में इसकी शिकायत की जाएगी.

मनीष न्यास ने इस संबंध मे एक आडियो टेप भी जारी किया. उनका कहना था कि पीड़ित परिवार के पारिवारिक मित्र को ये धमकी आसाराम के ही एक आश्रम के सेवादार ने दी. यह धमकी आसाराम की गिरफ्तार से पहले दी गई थी.

आसाराम को जोधपुर की जेल में रखा गया है. उन्हें जोधपुर पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार किया था. आसाराम के वकील उन पर लगाए गए आरोपों को गलत बताते हैं.

आसाराम के गुरुकुल की एक छात्रा ने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. इसके बाद काफी लुका-छिपी के बाद राजस्थान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था.

जेल में आसाराम ने अपनी तबीयत खराब होने की शिकायत की जिसके बाद दो डॉक्टरों ने उनकी जांच की. डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में आसाराम को पूरी तरह स्वस्थ्य बताया है.

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