- दो महीने पहले राजस्थान और यूपी के मध्य हुआ था समझौता

- परमिट आने के बाद भी अब तक नहीं शुरू हो सका बसों का संचालन

LUCKNOW:

ना तो परिवहन निगम की बसें राजस्थान रूट पर चलने के लिए आवेदन कर रही हैं और ना ही प्राइवेट संचालक ही वहां जाना चाहते हैं। दोनों राज्यों के बीच हुए समझौते के दो महीने बाद भी अब तक प्रदेश से राजस्थान के लिए कोई बस नहीं चलाई जा सकी है। राजस्थान रूट पर चलने के लिए परिवहन विभाग परमिट लेने के लिए आवेदकों का इंतजार कर रहा है। लेकिन एक महीने बाद भी अब तक किसी ने उस रूट पर परमिट के लिए अप्लाई नहीं किया है।

दोनों राज्यों के बीच हुआ था समझौता

राजस्थान और यूपी के बीच बसों के संचालन को लेकर दो महीने पहले समझौता हुआ था। सीएम आवास पर परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह और राजस्थान के परिवहन मंत्री के उपस्थिति में यह करार हुआ था। निगम के अधिकारियों के अनुसार जयपुर (राजस्थान) तक जाने के लिए अब तक मात्र एक बस सेवा का ही संचालन किया जाता है। लेकिन टूरिस्ट प्लेस होने के कारण वहां पर जाने वालों की संख्या बहुत अधिक है। ऐसे में वहां पर बसों का संचालन बढ़ाए जाने के लिए ही समझौता किया गया।

यह भी है प्रॉब्लम

राजस्थान में किराए को लेकर कई तरह की व्यवस्थाएं हैं। ऐसे में हमारे यहां से अब तक वहां के लिए बसों का संचालन शुरू नहीं हो पा रहा है। राजस्थान में बसों से चलने वाले सीनियर सिटीजन और महिलाओं को किराए में छूट मिलती है जबकि परिवहन निगम की बसों में यह व्यवस्था लागू नहीं है। ऐसे में हमारे यहां वहां जाने वाली बसों को घाटा उठाना पड़ेगा।

किराए पर चल रही प्रक्रिया

परिवहन निगम के जीएम संचालन एचएस गाबा ने बताया कि किराए को लेकर व्यवस्था की जा रही है। जल्द ही दोनों प्रदेशों के अधिकारी बैठक कर इसका हल निकाल लेंगे। समझौते के बाद से लोग राजस्थान के जोधपुर, जैसलमेर और उदयपुर के लिए इंक्वॉयरी करने चारबाग और कैसरबाग बस अड्डे आ रहे हैं।

समझौते के बाद सभी विधिक प्रक्रिया पूरी कर ली गई हैं। राजस्थान रूट पर बस चलाने के लिए आवेदकों का इंतजार किया जा रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही इन रूट पर निगम की बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। अभी तक प्राइवेट और निगम से किसी ने इस रूट के लिए आवेदन नहीं किया है।

इंदिरा सिंह, सचिव

राज्य परिवहन प्राधिकरण