- कई इलाकों से निकला पानी और निगम ने खुद से थपथपाई अपनी पीठ

- पॉलिथीन है जाम का बड़ा कारण, अभी भी कई इलाकों में जमा है पानी

PATNA: राजधानी के दो बड़े एरिया राजेन्द्र नगर और कंकड़बाग में पानी इतना जमा है कि नगर निगम सहित सरकार की पोल खुल गई। लगातार पानी निकालने की कोशिश की जा रही है, पर कई एरिया में अभी भी तैरने लायक पानी है। नाला रोड, आर्य कुमार रोड जैसे इलाकों में अब पानी नहीं दिख रहा है, लेकिन राजेन्द्र नगर में स्टेडियम से आगे इतना पानी है कि कई गाडि़यों के चालक आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं कर पा रहे। जा आगे जा रहे हैं उनकी गाड़ी गुर्र-गुर्र कर बंद हो जा रही है। इधर, नगर निगम कमिश्नर कुलदीप नारायण ने बताया कि पानी तेजी से कम हो रहा है। जहां से पानी हटा है उन इलाकों में ब्लीचिंग और चूने का छिड़काव कराया जा रहा है ताकि कीचड़ की बदबू से बचा जा सके।

कचरा निकालने का अभियान चलेगा

नगर निगम कमिश्नर ने बताया कि जिन इलाकों में पानी निकल गया है, वहां भारी मात्रा में कचरा जमा है, इसलिए अभियान के तौर पर इसे निकालने का काम दूसरे अभियान का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि पॉलिथीन की वजह से बड़ी परेशानी हो रही है। सैदपुर पहाड़पुर में भी पॉलिथीन निकाला जा रहा है, साथ ही थर्मोकल भी परेशान कर रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि पॉलिथीन का उपयोग न करें। लोग झोला लेकर ही खरीदारी को निकलें।

कई जगह नाले ठीक से नहीं बनाए गए

निगम कमिश्नर ने कहा कि शहर में कई जगह एनबीसीसी द्वारा नाले पूरी तरह से से नहीं बनवाए गए हैं। ट्रंक चैनल में कई तरह की मिसिंग हैं। कई जगह पर एमएलए और एमपी फंड से जो नाले बनाए गए हैं वे बिना एनओसी लिए हुए बना दिए गए हैं। आगे से बिना एनओसी लिए कोई नाला बनाएगा तो कार्रवाई होगी। ट्रंग चैनल में कई मिसिंग हैं। राजेन्द्र नगर में कई इललीलग ब्लिडिंग बनाए जाने की बात भी उन्होंने कही। इस सब को जल निकासी में होने वाली दिक्कत से भी उन्होंने जोड़ा।

फ्भ् पंपिंग स्टेशन ख्क् लोकेशन पर

पानी निकालने के लिए पटना मे फ्भ् पंपिंग स्टेशन हैं, जो ख्क् स्थानों पर हैं। 9क् पंप हैं पर इनमें से कई ऐसे हैं जो कभी-कभी ही चलते हैं। जैसे कुर्जी, राजपुर मंदिरा का पंप हाउस साल में तीन बार ही चलता है। उन्होंने कहा कि डली भ्0 एमएम बारिश हो तो दिक्कत नहीं होगी। लेकिन ख्00 से क्700 एमएम चार घंटे में बारिश होती है तो कठिनाई होगी ही।

पहले सड़क की रिव्यू होगी

शहर में कई स्थानों पर नालें की जमीन को कब्जा कर सड़क बनाई जा रही है। इस पर निगम कमिश्नर ने कहा कि गायघाट से शनिचरा तक बन रही सड़क की रिव्यू की जाएगी। उन्होंने शहर के नालों को और चौड़ा करने की जरूरत भी बतायी। शहर की साफ-सफाई में चार हजार सैनेटरी वर्कर लगे हुए हैं। इसमें सफाई निरीक्षक भी हैं। नाला उड़ाही के लिए सवा करोड़ रूपए मिले हुए हैं, जिसमें से भ्0 लाख से ज्यादा खर्च हो चुके हैं।

शहर का हुआ है अन प्लांड ग्रोथ

पटना का अन प्लांड ग्रोथ हुआ है। लोगों ने कई स्थानों पर ड्रेनेज को सीवर से जोड़ दिया है, जिसका सारा ठीकरा उन्होंने लोगों पर ही फोड़ा। उन्होंने बताया कि इसमें जहां तहां पोलिथीन भी आ रहा है। कहा कि 97 के बाद इतनी बारिश नहीं हुई। लगातार कर्मी लगे हुए हैं और अगर बारिश न हुई तो जल्द ही कंकड़बाग और राजेन्द्रनगर के बाकी इलाकों से पानी निकालने में कामयाबी मिलेगी।

शनिचरा पुल पर रिपोर्ट देंगे इंजीनियर

शनिचरा पुल की वजह से दिक्कत आ रही है, इसलिए इस पुल को कैसे ठीक किया जाए इसकी कोशिश की जा रही है। रांची से तीन इंजीनियर आए हुए हैं, जो अपनी रिपोर्ट देंगे।

कुलदीप नारायण, कमिश्नर, पटना नगर निगम