सफाई देने की जरूरत ना पड़े नेताओं को

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हांलाकि दोनो वरिष्ठ नेताओं वीके सिंह और किरण रिजिजु की सफाई को स्वीकार करते हुए मान लिया है कि उनके बयानों को तोड़ा मरोड़ा गया है लेकिन उन्होंने ये भी स्पष्ट किया है कि सत्तारूढ़ पार्टी होने की वजह से पार्टी नेताओं को कोई बयान देने से पहले सोचना चाहिए, ताकि उन्हें सफाई देने की जरूरत ही ना पड़े।

 

बचाव के रास्ते ना खोजें

इसके साथ ही उन्होंने दोनों नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि हम सत्तात में है और ऐसे में हमें बयान देते समय सावधान रहना चाहिए और इस बात का ध्यान रखना चाहिए की हमारे बयान का कोई गलत मतलब ना निकाला जाए। उन्होंएने आगे कहा कि बयान देने के बाद हम यह कह कर नहीं बच सकते कि इसकी गलत व्याख्या हुई है, हम सबको स्वयं सावधानी से बात रखनी पड़ेगी। राजनाथ ने गोहना की घटना को लेकर कहा कि उन्हों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात की है। उन्होंने इसका संज्ञान लिया है और सभी आवश्यक कदम उठा रहे हैं।

किन बयानों पर था विवाद

मालूम हो कि कुछ दिनों पहले गृह राज्य् मंत्री किरण रिजिजु ने बयान दिया था कि उत्तहर भारतीयों को नियम तोड़ने में मजा आता है। जबकि वीके सिंह ने फरीदाबाद के सुनपेड गांव में दलित परिवार को जिंदा जलाने की घटना के बाद सरकार का बचाव करते हुए गुरुवार को कहा था कि अगर कोई कुत्ते  को पत्थर मार दे तो उसके लिए भी सरकार को दोषी ठहराना सही नहीं है।

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