-अंतिम संस्कार के लिए स्वयंसेवी संस्था को दिए जाते हैं तीन हजार रुपए की राशि

क्चश्वद्दस्न्क्त्रन्ढ्ढ/क्कन्ञ्जहृन्: सिमरिया घाट पर एक बार फिर मानवता शर्मसार होते दिखा। जब अज्ञात युवक का शव अंतिम संस्कार किए बिना गंगा में फेंक दिया गया। एनजीओ को अंतिम संस्कार की राशि मिलने के बाद भी ठेला चालक ने यूं ही शव गंगा में फेंक दिया। साहेबपुर कमाल थाना के कल्याणपुर स्थित एनएच 31 पर शनिवार की सुबह अज्ञात युवक का शव मिला था। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शव की शिनाख्त नहीं हो पाने के बाद एनजीओ को सौंप दिया गया। इसके बाद शव ठेला पर लादकर सिमरिया लाया गया। जहां उसे अंतिम संस्कार किए बिना गंगा में फेंक दिया गया।

क्या कहते हैं सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ हरिनारायण सिंह ने बताया कि किसी भी अज्ञात शव को पोस्टमार्टम के बाद सरकारी प्रावधान के अनुसार शिनाख्त के लिए 72 घंटे तक सुरक्षित रखा जाता है। इसके बाद शव पुलिस को आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दी जाती है। जिसे पुलिस के द्वारा स्वयंसेवी संस्था या अन्य माध्यम से अंतिम संस्कार के लिए दे दिया जाता है। सिविल सर्जन ने कहा कि शव गंगा में फेंकने का प्रावधान नहीं है। उसकी अंत्येष्टि के लिए विभाग से रुपए आवंटित किए जाते हैं।