- समिति को देनी होती है एक निर्धारित धनराशि

- सीता विवाह की रस्मों में खर्च होते हैं लाखों

आगरा। उत्तर भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय जनकपुरी महोत्सव में सबसे दमदार किरदार जनक का होता है। इसे निभाना हर एक के बूते की बात नहीं है। जनक का रूप लेते ही राजा जैसा ठाठ-बाट हो जाता है। इसके लिए मोटी रकम खर्च करनी होती है। जनक के घर में ब्याह से जुड़ी हर रस्म साजो सज्जा के साथ होती है। वहीं सीता के ब्याह में राम बारात का भव्य स्वागत भी दिल खोल कर किया जाता है।

15 लाख से ज्यादा का खर्च होता है

जनकपुरी में इस बार राजा जनक के किरदार में नन्द किशोर गुप्ता हैं। वे सीता-राम की शादी से जुड़े हर रस्मों को धूमधाम से कर रहे हैं, जो ब्याह में होती हैं। इसके साथ ही जनक की पत्नी सुनैना भी रानी के रूप में रहती हैं। साथ में परिवार के सदस्य भी वैसे ही रंग में ढल जाते हैं। इस वैभव को बनाने में ही लाखों रुपए का खर्च हो जाता है। सूत्रों के अनुसार इस बार जनक का पूरे महोत्सव में 15 लाख रुपए से अधिक खर्च होगा।

जनक के घर होते है सारे वैवाहिक कार्यक्रम

महोत्सव में शादी से जुड़ी सभी रस्में बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। ये सभी जनक द्वारा ही कराई जाती हैं। इसमें हल्दी महोत्सव से लेकर खानपान और विदाई तक होती है। इसमें जनक, पत्नी सुनैना और परिवार के लोग हर वह रस्म निभाते हैं, जो सीता के विवाह के दौरान होती है।

2013 में खर्च हुए थे एक करोड़ से अधिक

जानकारों के अनुसार जनकपुरी महोत्सव 2013 में राजा जनक की भूमिका में इंजीनियर सुबोध गर्ग थे। उन्होंने बड़हार (भोज) में ही लगभग 80 लाख रुपए खर्च किए थे। इसके अलावा अन्य सभी कार्यक्रम में 20 लाख रुपए से अधिक खर्च किए थे।

महिलाओं में खासा क्रेज

जनकपुरी महोत्सव इस बार बल्केश्वर में हो रहा है। इसे महोत्सव को लेकर स्थानीय महिलाओं में खासा क्रेज है। वे सीता ब्याह की हर रस्म में शामिल हो रही हैं। वे भी मेहंदी, साजो-समान और नए परिधानों में नजर आ रही हैं।