-पुल चालू होते ही लंका सहित रामनगर में बढ़ गया यातायात, शाम से लेकर रात तक लगने लगा जाम

-दो दिन पूर्व पीएम मोदी ने किया है रामनगर-सामनेघाट पुल का शुभारंभ

VARANASI

तीन दशक बाद रामनगर-सामनेघाट पुल का शुभारंभ पीएम मोदी के हाथों तो हो गया लेकिन अब लंका व रामनगर में ट्रैफिक का दबाव भी बढ़ गया है। अब ज्यादातर टै्रफिक सामनेघाट पुल से होकर ही शहर में आने व बाहर जाने लगा है। इसके चलते लंका में शाम होते ही ट्रैफिक बढ़ जा रही है तो उधर रामनगर चौक में जाम के झाम से रामनगर वासी जूझने लगे है। इस बात की चर्चाएं आम जुबान पर सुनी जाने लगी है कि अब रोजाना जाम का झाम फेस करना पड़ेगा। हो भी कुछ ऐसा ही रहा है कि शाम ढलते ही दोनों छोर पर छोटी-छोटी गाडि़यों की कतारें लगनी शुरू हो जा रही है। कितने लोग तो बस उत्सुकता में पुल का दीदार करने पहुंच जा रहे है।

जाम लगने का बड़ा कारण

शहर में इंट्री करने या फिर शहर से चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र सहित बिहार की ओर से जाने के लिए यह पुल सबसे बेस्ट साबित हो रहा है। एक तो रास्ता बेहद शानदार और दूसरा हाईवे पर पड़ने वाले टोल प्लाजा पर टैक्स देने का झंझट समाप्त हो गया है। अब रामनगर हाईवे से ही लोग रामलीला मैदान के रास्ते किला रोड होते हुए पुल पकड़ ले रहे है। अब चाहे शहर से बाहर जाना हो या शहर में आना हो रामनगर-सामनेघाट से होते हुए लंका, डीएलडब्ल्यू आदि एरिया में जा रहे है। यही बड़ा कारण है कि पुल का उदघाटन होते ही ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है। बीएचयू सहित अन्य हॉस्पिटल्स में इलाज के लिए बिहार, चंदौली से आने वाले मरीजों के लिए यह पुल सबसे बेहतर साबित हो रहा है।

आटो रिक्शा वालों की बढ़ गई संख्या

पुल का सबसे अधिक यदि किसी को लाभ मिल रहा है तो वह है आटो, विक्रम वाले। लंका से डायरेक्ट रामनगर, मुगलसराय, चंदौली के लिए सवारी मिलने लगी है। पुल चालू होने के बाद कम से कम सौ आटो रिक्शा व विक्रम की संख्या सामनेघाट-रामनगर रूट पर बढ़ गई है। पहले ऊबड़-खाबड़ रास्ते से होते हुए हाईवे घूमकर रामनगर जाना पड़ता था, इसलिए इस रूट पर आटो रिक्शा वाले जाने से कतराते थे। लेकिन अब पुल बनने के बाद से लंका पर आटो की बाढ़ आ गई है।

पुल चालू होते ही गाडि़यों की संख्या में गजब का इजाफा हुआ है। अब हर कोई इधर से ही शहर आ-जा रहा है। पुल का लाभ तो लोगों को मिल रहा है लेकिन ट्रैफिक जाम की समस्या हो गई है।

सत्येंद्र सिंह, रामनगर निवासी

पुल चालू होते ही लंका पर आटो की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। यही हाल उधर, रामनगर का भी है। शाम ढलते पुल के दोनों ओर जाम की कंडीशन बन जा रही है।

धीरज मिश्रा, लंका निवासी

तीन दशक बाद पुल चालू हुआ तो उसका लाभ लेने के लिए पब्लिक टूट पड़ी है। हालांकि इस रूट पर टै्रफिक पुलिस की तैनाती होनी चाहिए। ताकि जाम की समस्या न झेलनी पड़ी।

आशुतोष सिंह, सामनेघाट निवासी

यह तो तय था कि पुल चालू होते ही ट्रैफिक का दबाव दोनों छोर पर होगा। वैसे भी रामनगर में अतिक्रमण इतना है कि जाम लगना स्वभाविक है। ट्रैफिक पुलिस को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।

पप्पू दुबे, रामनगर निवासी