--दो साल बाद आरयू में सीनेट की बैठक, हंगामा, प्रदर्शन

--200 करोड़ का लेखा जोखा पेश, विवि के बजट को मिली मंजूरी

रांची। रांची विश्वविद्यालय में मंगलवार को सीनेट की बैठक का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो रमेश पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक के आरं•ा होते ही •ारी हंगामा हुआ। वहीं विश्वविद्यालय के बाहर छात्र संघ द्वारा प्रदर्शन किया गया। रांची विश्वविद्यालय के मौलाना आजाद सीनेट हॉल में लग•ाग दो वषरें बाद सीनेट की बैठक हुई। बैठक काफी हंगामेदार रही। बैठक में बजट समेत विश्वविद्यालय के वि•िान्न समस्याओं पर चर्चा हुई। कुलपति प्रो रमेश पांडेय ने बताया कि एकेडमिक काउंसिल और सीनेट की ओर से जितने •ाी निर्णय लिये गये। उन सबकी चर्चा सीनेट में की गयी। साथ ही बजट के बारे में •ाी जानकारी दी गयी। विवि को राज्य सरकार से मिले 200 करोड़ का लेखा-जोखा पेश किया गया और विवि के बजट प्रस्ताव को •ाी मंजूरी दी गयी।

अनियमितता के आरोप पर हुआ हंगामा

सीनेट की 10वीं बैठक मुख्यालय स्थित मौलाना आजाद सीनेट हॉल में हुई। इसमें स•ापति (कुलपति) के अ•िा•ाषण के बाद सीनेट सदस्य पोस्टर-बैनर लिए हुए आसन के समीप आकर प्रदर्शन करने लगे। इनका कहना था कि राज्य के विश्वविद्यालयों में ठेके (अनुबंध) पर नियुक्ति प्रक्त्रिया को तत्काल स्थगित किया जाये। यह उच्च शिक्षा को बर्बाद करने की साजिश है। थर्ड व फोर्थ ग्रेड कर्मचारियों की नियुक्ति का अधिकार विवि एक्ट के अनुसार यूनिवर्सिटी प्रशासन को होना चाहिए। स•ापति ने कहा कि राज्यपाल और सरकार के मिले निदेशरें का अनुपालन करना प?ता है। शिक्षकों की कमी है। परमानेंट नियुक्ति होनी चाहिए, इससे मैं भी सहमत हूं। प्रदर्शन में मुख्य रुप से सीनेट सदस्यों में डॉ। मिथिलेश, प्रो। अशोक कुमार सिंह, शशांक राज, अटल पांडेय समेत अन्य प्रतिनिधि थे।

टीआरएल में 700 को प?ाते हैं एक शिक्षक : शिवशंकर उरांव

विधायक शिवशंकर उरांव ने कहा कि आरयू के पीजी वि•ागों में सबसे अधिक स्टूडेंट्स हैं। 700 स्टूडेंट्स को एक शिक्षक प?ाते हैं। क्या यह छात्रों को क्वालिटी एजुकेशन दिया जा रहा है। जवाब में स•ापति डॉ। रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि मैं सदस्य सहमत हूं कि शिक्षकों की कमी है। नेट पास, रिसर्च स्कॉलरों और रिटायर्ड शिक्षकों के सहयोग से क्लास संचालित की जा रही है। रिक्त पदों का रोस्टर क्लियर करने के बाद नियुक्ति के लिए अधियाचना •ोज दी गयी है।

रांची विवि में 1.45 लाख स्टूडेंट्स, शिक्षक हैं सिर्फ 750

स•ापति ने कहा कि रांची यूनिवर्सिटी में कुल 1.45 लाख स्टूडेंट्स हैं। इन्हें प?ाने के लिए सिर्फ 750 शिक्षक हैं। शिक्षकों की कमी है। सराकर के पत्र के आलोक में अनुबंध पर शिक्षकों की नियुक्त की गयी है। सदन के उपस्थिति कई सदस्य अपने प्र•ाव का उपयोग कर परमानेंट नियुक्ति के लिए पहल कर सकते हैं। वहीं कर्मचारियों के विरोध के चलते विवि मुख्यालय में रिटायर्ड कर्मचारियों से कार्य नहीं लिया जा रहा है।

सिर्फ मनोनीत सदस्य सिंडिकेट में लेते हैं फैसले : डॉ। गोप

सीनेट सदस्य डॉ। आरपी गोप ने कहा कि रांची यूनिवर्सिटी प्रशासन से मैं वर्ष 2013 से सिंडिकेट की चुनाव की मांग कर रहे हैं। लिखित आवेदन •ाी दिये हैं। स्थिति यह है कि सिर्फ मनोनीत सदस्य सिंडिकेट में फैसले लेते हैं। विवि प्रशासन कब तक चुनाव करायेगा, यह स्पष्ट करे। स•ापति ने कहा कि सीनेट की अगली बैठक शीघ्र होगी, जिसमें सिंडिकेट सदस्यों का चुनाव किया जायेगा।

कॉलेज की •ाूमि अपने नाम रजिस्ट्री करने वाले प्रिंसिपल पर होगी कार्रवाई

सीनेट सदस्य राकेश किरण ने वीमेंस कॉलेज के हॉस्टल का केस सुप्रीम कोर्ट हार जाने का मामला उठाया। कहा कि इस मामले के जिम्मेवार लोगों जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए। स•ापति ने कहा कि यह मामला कोर्ट से संबंधित है। इसपर जांच नहीं की जा सकती है। इस पर डॉ। मिथिलेश ने कहा कि लोहरदगा कॉलेज के प्रिंसिपल ने कॉलेज की 30 डिसमिल •ाूमि अपने नाम रजिस्ट्री करा ली है। आज तक क्या कार्रवाई हुई है। जवाब में वीसी ने कहा कि पांच सदस्यीय कमेटी से मामले की जांच कराई जायेगी और दोषी पर कार्रवाई •ाी की जायेगी।

जीवन •ार सेवा देने के बाद •ाी कर्मियों को नहीं मिल रहा है उनका हक

सीनेट सदस्य पवन जेडिया ने कहा कि जीवन •ार सेवा देने के बाद •ाी कर्मचारियों को हक नहीं मिल रहा है। अ•ाी •ाी यहां के कर्मचारियों को फोर्थ वेतनमान मिल रहा है। वहीं प्रमोशन के ला•ा से वंचित हैं। स•ापति ने कि रांची विवि व कॉलेजों के 323 कर्मचारियों को छठा और चार कर्मचारी को फोर्थ वेतनमान मिल रहा है। इसी प्रकार 728 शिक्षकों को छठा, पांच शिक्षकों को पांचवां और 83 शिक्षकों को फोर्थ वेतनमान मिल रहा है।

महापुरुषों की जयंती पर खुला रहेगा पीजी वि•ाग व कॉलेज

सीनेट सदस्य ने सवाल उठाया कि महापुरुषों की जयंती के अवसर पर विवि एवं कॉलेजों में अवकाश रहता है। अवकाश की जगह महापुरुष की जीवनी पर आधारित प्रोग्राम होना चाहिए, ताकि स्टूडेंट्स महापुरुष के बारे में जा सकें। स•ापति ने कहा कि इस मांग से मैं •ाी सहमत हूं। जुलाई से पहले विवि प्रशासन द्वारा नोटिफिकेशन कर दिया जायेगा, ताकि उनकी जयंती पर कार्यक्त्रम का आयोजन किया जा सके।

अंदर बैठक बाहर प्रदर्शन

वहीं विश्वविद्यालय के बाहर आजसू छात्र संघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर प्रर्दशन किया गया। छात्र नेता हरीश कुमार ने कहा कि आरयू को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा मिले। पदमश्री रामदयाल मुंडा के नाम पर यूनिवर्सिटी का नाम हो। कैंपस में वाई फाई की सुविधा हो। ई लाइब्रेरी हो।

गौरतलब है की रांची विश्वविद्यालय के सीनेट में कुल 96 सदस्य हैं। प्रत्येक सदस्य से बैठक में चर्चा के लिए दो - दो सवाल मांगे गये थे, लेकिन इस महत्वपूर्ण बैठक में 76 प्रतिशत से अधिक सदस्यों ने प्रश्न नहीं पूछे हैं। इससे सीनेट सदस्यों का उदासीन रवैया जाहिर हो रहा है।