RANCHI: रांची विवि के पीजी डिपार्टमेंट में झारखंड छात्र मोर्चा(जेसीएम) की दावेदारी रही। अध्यक्ष पद के लिए तनुज खत्री ने बाजी मारी है। दो अन्य पोस्ट भी जेसीएम के खाते आए हैं। रांची कॉलेज में प्रेसिडेंट के पोस्ट पर संतोष उरांव, सेक्रेट्री के लिए लीनू मुंडा, ज्वाइंट सेक्रेट्री के लिए सुभाष उरांव और डिप्टी सेक्रेट्री के लिए रमेश टाना भगत ने बाजी मारी है। ये चारों उम्मीदवार आदिवासी छात्र संघ से जुड़े थे। वाइस प्रेसिडेंट का पोस्ट झारखंड छात्र मोर्चा के खाते गया है।

मारवाड़ी कॉलेज में लाठीचार्ज

मारवाड़ी कॉलेज में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने तब हंगामा शुरू कर दिया जब आजसू समर्थित उम्मीदवारों के पक्ष में रिजल्ट ज्यादा आ गया। मारवाड़ी कॉलेज के बाहर ही एबीवीपी के कार्यकर्ता हंगामा करने लगे। जिसके बाद पुलिस को बुलाना पड़ा। भारी हंगामे को देखते हुए पुलिस को लाठी चार्ज भी करनी पड़ी। हालांकि लाठी चार्ज की कार्रवाई के बाद एबीवीपी के कार्यकर्ता भड़क गए। हंगामे की वजह से देर शाम तक कोई परिणाम सामने नहीं आ सका था। मारवाड़ी कॉलेज की ओर से जो परिणाम जारी किए गए थे उसमें प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट और सेक्रेट्री का पोस्ट आजसू के खाते में गया था, जबकि ज्वाइंट सेक्रेट्री और डिप्टी सेक्रेट्री का पोस्ट एबीवीपी के समर्थित उम्मीदवार को मिला था। एबीवीपी समर्थित उम्मीदवारों का कहना था कि सभी पदों पर एबीवीपी ने कब्जा जमाया है, लेकिन प्रिंसिपल की मिलीभगत से कॉलेज के परिणाम में हेरफेर किए गए हैं। एबीवीपी ने रीकाउंटिंग के लिए फाइल किया है। जिसके बाद रात के नौ बजे फैसला लिया गया कि ग्रीवांस रीड्रेसल सेल के पास भेजा जाएगा, इसके बाद ही कोई फैसला होगा। देर रात फाइनल रिजल्ट जारी हुआ। फिलहाल मारवाड़ी कॉलेज का फैसला सुरक्षित रखा गया है। हंगामे को देखते हुए मारवाड़ी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ रंजीत सिंह को पुलिस प्रोटेक्शन के साथ घर भेजा गया।

एसएस मेमोरियल में हंगामा

एसएस मेमोरियल कॉलेज में एबीवीपी और आप छात्र संगठन के समर्थित उम्मीदवार आपस में भिड़ गए। आप समर्थित छात्र नेताओं का आरोप था कि एबीवीपी के कार्यर्ताओं ने बंधक बनाकर पीटा। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।

हंगामे के डर से विवि से गायब हुए वीसी

मारवाड़ी कॉलेज और रामलखन सिंह यादव कॉलेज में हंगामे के बाद वीसी डॉ रमेश पांडेय विवि से बाहर रहे। वह शाम के शाढ़े पांच तक विवि में रहे लेकिन जब सूचना मिली की मारवाड़ी कॉलेज में हंगामा हो रहा है तब वह डीएसडब्ल्यू सहित चुनाव कार्य में लगे तमाम अधिकारियों के साथ कहीं दूसरे जगह पर चले गए। वीसी को सूचना मिली थी कि मारवाड़ी कॉलेज में हंगामे के बाद एबीवीपी के कार्यकर्ता विवि का घेराव कर सकते हैं।