-BHU कैंपस को रैगिंग फ्री बनाने की कवायद, एडमिशन के समय पेरेंट्स को भी देना होगा एफिडेविट

-बच्चे से रैगिंग जैसी किसी भी घटना के न होने की देनी होगी गारंटी

VARANASI: बीएचयू में एडमिशन प्रॉसेस तेजी से चल रहा है। कट ऑफ लिस्ट के साथ काउंसलिंग की डेट्स भी जारी की जा रही हैं। थोड़े ही दिनों में महामना की बगिया नये-नये फूलों से गमक उठेगी। महामना की बगिया का कोई भी फूल रैगिंग के चलते न मुरझाये इसके लिए भी तैयारियां शुरू हो गयी हैं। क्ब् सदस्यीय एंटी रैगिंग स्क्वॉड का गठन कर दिया गया है। जुलॉजी डिपार्टमेंट के प्रो। एसके त्रिगुन को स्क्वॉड का चेयरमैन बनाया गया है। रैगिंग रोकने की कवायद के तहत इस बार एडमिशन के समय स्टूडेंट्स तो स्टूडेंट्स उनके पेरेंट्स को भी एक एफिटेविट देना होगा। जिसमें उन्हें अपने बच्चे सेरैगिंग जैसी किसी भी घटना के न होने देने की गारंटी देनी होगी।

हर एफिडेविट पर रहेगी नजर

खास यह कि हर एफिडेविट पर यूजीसी की नजर रहेगी। यूनिवर्सिटीज को एफिडेविट की कॉपी यूजीसी तक पहुंचानी भी होगी। इसके अलावा बीएचयू में रैगिंग को रोकने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं। बैनर पोस्टर के जरिये स्टूडेंट्स को रैगिंग की भयावहता की जानकारी दी जायेगी। इसके अलावा सभी फ्रेशर्स को ख्0 मिनट के पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के (ओरिएंटेशन प्रोग्राम) जरिये रैगिंग से कैसे रहे दूर, इस बारे में जानकारी दी जायेगी।

सीनियर्स की होगी बड़ी जिम्मेदारी

सीनियर स्टूडेंट्स भी रैगिंग को रोकने में बड़ी भूमिका निभायेंगे। नये सेशन में एक भी स्टूडेंट रैगिंग से पीडि़त ना हो इसके लिए सीनियर स्टूडेंट्स की टीम बनायी जायेगी, जो अपने जूनियर्स को रैगिंग की भयावहता की जानकारी देंगे और उन्हें बचायेंगे। एडमिनिस्ट्रेशन की कोशिश जूनियर्स और सीनियर्स को एक बेहतर माहौल में शिक्षा उपलब्ध कराने की है।

पिछले सेशन में बीएचयू में रैगिंग की एक भी शिकायत दर्ज नहीं हुई थी। हमारी कोशिश इस बार भी कैंपस को रैगिंग फ्री बनाने की है।

प्रो। एसके त्रिगुन, चेयरमैन एंटी रैगिंग स्क्वॉड, बीएचयू