RANCHI : बैट्समैन के लचर प्रदर्शन के कारण मेजबान झारखंड की टीम पर त्रिपुरा के खिलाफ पारी की हार का खतरा मंडराने लगा है। धनबाद में खेले जा रहे मैच के तीसरे दिन झारखंड की टीम ने दूसरी पारी में पांच विकेट पर 127 रन बना लिए थे। अभी भी वह पहली पारी के आधार पर त्रिपुरा से 93 रन पीछे है और उसके पांच विकेट शेष हैं।

पहली पारी में 142 पर हुए थे ढेर

झारखंड की टीम ने पहली पारी में 142 रन बनाए थे। जवाब में त्रिपुरा की टीम ने पहली पारी में 362 रनों का स्कोर खड़ा कर 220 रनों की बढ़त लेने में सफल रही थी। दूसरी पारी में भी मेजबान टीम की शुरुआत खराब रही। ओपनर मनीषव‌र्द्धन मात्र तीन रन बनाकर मुरासिंह के शिकार बने। सुब्रतो घोष दूसरी पारी में भी फेल रहे और 11 रन बनाकर टकावले के शिकार बने। 37 रन के योग पर कप्तान सौरभ तिवारी भी बिना खाता खोले पवेलिएन लौट गए। झारखंड का चौथा विकेट 41 रनों के योग पर गिरा। इस योग पर रमीज नेमत 17 रन बनाकर आउट हुए।

इशांक-देवब्रत ने संभाली पारी

इसके बाद इशांक जग्गी व कुमार देवब्रत ने संभलकर खेलते हुए स्कोर को आगे बढ़ाया। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 75 रनों की भागीदारी निभायी। जब लग रहा था कि दोनों टीम को बड़े स्कोर की ओर ले जाएंगे, तभी कुमार देवब्रत 45 रन बनाकर साहा की गेंद पर आउट हो गए। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक इशांक जग्गी 32 व कौशल सिंह नौ रन बनाकर खेल रहे थे।

नदीम को मिले चार विकेट

इससे पहले त्रिपुरा की टीम ने तीसरे दिन की शुरुआत छह विकेट पर 227 रनों से आगे खेलना शुरु किया। नाबाद बल्लेबाज ए डे (22) व केके आचार्यजी (16) ने टीम का स्कोर आगे बढ़ाया। दोनों ने अर्धशतकीय पारी खेल टीम को बढ़त दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। डे ने 65 व आचार्यजी ने 61 रनों की पारी खेली। झारखंड की ओर से नदीम ने चार विकेट लिए।