>Ranchi : तारा शाहदेव और रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन प्रकरण में झारांड सरकार के दो मंत्री ाी लपेटे में आ गए हैं। वहीं, पूर्व विस स्पीकर व चतरा सांसद इंदर सिंह नामधारी ाी इस जांच के दायरे में आ गए हैं। सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि रंजीत सिंह कोहली ने इन मंत्रियों के साथ नजदीकी संबंध होने का पुता प्रमाण रांची पुलिस को दिया है। रंजीत के मुताबिक, उसने सुरेश पासवान के देवघर में चल रहे एक मुकदमे में देवघर जिला सत्र न्यायाधीश पंकज श्रीवास्तव से हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार मुश्ताक अहमद की मदद से पैरवी की थी। पैरवी काम ाी आई और ड्राइवर के परिजनों को आरोपमुक्त कर दिया गया। हालांकि, रंजीत ने पुलिस को उस ड्राइवर का नाम बताने में असमर्थता जाहिर की। वहीं, रंजीत ने पुलिस को बताया कि वह इंदर सिंह नामधारी के एक करीबी को मर्डर कांड के आरोप से छुड़ाया था। रंजीत ने पुलिस को यह ाी बताया कि कैसे हाजी हुसैन अंसारी और सुरेश पासवान उनके लेयर अपार्टमेंट स्थित लैट पर आते थे और घंटों बातचीत करते थे।

मंत्रियों को बर्खास्त करे सरकार : अर्जुन मुंडा

तारा शाहदेव प्रकरण में मुयमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा सीबीआई जांच की सिफारिश करना स्वागतयोग्य है। लेकिन, इसके साथ ही मुयमंत्री को अपने मंत्रिमंडल में शामिल उन दो मंत्रियों को तत्काल बरास्त कर देना चाहिए, जिनका नाम इस प्रकरण में सामने आ रहा है। यह कहना है झारांड के पूर्व मुयमंत्री और नेता प्रतिपक्ष अर्जुन मुंडा का। शनिवार को प्रदेश बीजेपी मुयालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारांड सरकार को हाईकोर्ट से इस बात की सीा लेनी चाहिए कि कैसे उसने इस प्रकरण में हाइकोर्ट के विजिलेंस रजिस्ट्रार का नाम आने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया। हेमंत सोरेन को ाी इन मंत्रियों के ािलाफ ऐसा ही एक्शन लेना चाहिए। अर्जुन मुंडा ने कहा कि तारा शाहदेव प्रकरण में एक मंत्री ने अपनी सफाई में कहा है कि वह किसी ाी जांच के लिए तैयार हैं। अगर ऐसा है, तो उस मंत्री की नैतिक जिमेदारी बनती है कि वह अपने पद से इस्तीफा दें, जिससे इस मामले में पारदर्शिता बनी रहे। लेकिन, आी तक इस प्रकरण में मंत्रियों ने जो रवैया अपनाया है, उसको देाते हुए कहा जा सकता है कि ये लोग अपनी ाूमिका को ाुद संदिग्ध बना रहे हैं।

एनआईए करे जांच : उष्ा पांडेय

भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष उषा पांडेय ने कहा है कि तारा शाहदेव के अनुसार बोरे में सरकर विदेशी करेंसी रंजीत सिंह कोहली के घर आती थी और वह मात्र ब्-भ् सालों में ही अकूत संपत्ति का मालिक बन गया। इसकी जांच एनआईए से होनी चाहिए, ताकि तारा शाहदेव को न्याय मिल पाएगा।