RANCHI : रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन एक ऐसा नाम जो पिछले कई दिनों से चर्चा में है। तारा शाहदेव प्रकरण में लगे आरोपों ने रंजीत कोहली को विलेन बना दिया है। पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन कर रही है, लेकिन रंजीत कोहली की जिंदगी का एक दूसरा पहलू भी है, जो खास मायने रखती है। वह है वो और उसकी मां।

दीवार का डायलॉग याद हैं न

अमिताभ बच्चन अभिनीत सुपरहिट फिल्म 'दीवार' का एक डायलाग आज भी उतना ही पॉपुलर है, जितना फिल्म के रिलीज के वक्त था। डायलॉग है- मेरे पास मेरी मां है। इस मूवी में अमिताभ बच्चन उस रोल में हैं, जो अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए विलेन बन जाता है। इतना ही नहीं, उसने मां को ईंट ढोते हुए भी देखा था। अगर इस फिल्म से रंजीत कोहली की जिंदगी को जोड़ा जाय तो काफी कुछ मिलता-जुलता है, पर फर्क इतना है कि वह अपनी मां को वह सारा सुख और ऐशो आराम देना चाहता था, जो अपने पति की मौत के बाद बेटे को पालने के लिए उसने कष्ट उठाया था। यही वजह थी कि बड़ा होने के बाद रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन का सपना मां की पैरों में सारी खुशियों को डालना था। लेकिन रंजीत से यहां गलती हो गई कि उसने मां को ऐशो आराम की जिंदगी देने के लिए गैर कानूनी रास्ता अख्तियार कर लिया। आज रंजीत जेल में बंद है। कई संगीन मामलों में वह फंसा हुआ है। लेकिन, इसके बाद भी उसे अपने बजाय अपनी मां की जमानत की ज्यादा फिक्र रहती है।

मां पकड़ाई, इसलिए हुआ गिरफ्तार

तारा शाहदेव ने जब रंजीत कोहली पर प्रताडि़त करने व जबरन धर्म परिवर्तन करने का आरोप लगाया था तो वह अपनी मां कौशल रानी के साथ दिल्ली भाग गया था। रंजीत शायद नहीं पकड़ा जाता, पर जब पुलिस ने उसकी मां को गिरफ्तार कर लिया तो वह खुद पुलिस के समक्ष पेश हो गया। रंजीत कोहली को अपनी मां से बेहद प्यार है, इस बात को उसके घर में काम करनेवाली हीरामति द्वारा दिए बयान से हो चुका है।

मां की जमानत की है फिक्र

रंजीत सिंह कोहली को सबसे ज्यादा फिक्र अपनी मां कौशल रानी की जमानत को लेकर है। इस बाबत वह हर दिन अपने वकील अविनाश कुमार बात करता है। कौशल रानी की जमानत याचिका को कोर्ट दो बार रिजेक्ट कर चुकी है। सीजेएम कोर्ट से बेल पिटीशन रिजेक्ट होने के बाद डिस्ट्रिक्ट जज के कोर्ट में बेल पिटीशन फाइल किया जाना है।

अफसरों पर कार्रवाई नहीं होने पर डीएसपी को आवेदन

रंजीत सिंह कोहली प्रकरण में वन विभाग के कई अधिकारी भी फंसे हुए हैं। इस बाबत कुछ लोगों ने कोतवाली डीएसपी दीपक कुमार अंबष्ठ को आवेदन भी दिया है। आवेदन में कहा गया कि अबतक रंजीत प्रकरण में कई अफसरों के भी शामिल होने की बात सामने आई है, लेकिन उनके विरूद्व रांची पुलिस द्वारा न तो पूछताछ की जा रही है और न ही कोई कार्रवाई।