>Ranchi : रंजीत सिंह कोहली गिरिडीह के तत्कालीन जज 'मिश्रा' से फोन पर 'सरकार' कहकर बात करता था। वर्तमान में वह जज इलाहाबाद हाईकोर्ट में पोस्टेड हैं। जज से रंजीत सिंह कोहली का परिचय हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार मुस्ताक अहमद ने कराया था। मुलाकात के बाद रंजीत अक्सर केसेज की पैरवी लेकर गिरिडीह जाता था। जब वह वहां जज थे, तब रंजीत ने उनसे कई लोगों के काम करवाए थे। बदले में रंजीत को कमीशन के तौर पर मोटी रकम मिली थी। उसी मोटी रकम से ही उसने पहले अपने लिए एक एनजीओ बनाया और उसके बाद हिंदपीढ़ी स्थित लेयर अपार्टमेंट में लैट लिया। उस जज को जब जहां जरूरत पड़ती थी, रंजीत उन्हें लग्जरियस गाड़ी मुहैया कराता था। इन सभी बातों का खुलासा खुद रंजीत सिंह कोहली ने पुलिसिया पूछताछ के दौरान किया है।

जेल से मिला सेक्स रैकेट चलाने का मंत्र

रंजीत सिंह कोहली ने पुलिस को बताया है कि जब वह बरियातू में था, तो वह अनुसूचित जाति व जनजाति के साथ मारपीट करने के आरोप में जेल गया था। जेल जाने के बाद वहां उसका परिचय सेक्स रैकेट से जुड़े कुछ दलालों से हुआ। बाहर निकलकर उसने उन्हीं लोगों के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया। बरियातू में ही उसके दोस्त डीएसपी सुरजीत को नौकरी मिली, तो वह उसके आगे-पीछे घूमने लगा। डीएसपी सुरजीत के बैच के साी डीएसपी से रंजीत परिचय करने लगा। वह पुलिस की गिरत में आया था, इस बात की भनक उसने डीएसपी तक को नहीं लगने दी थी।

रंजीत को चाहिए था बड़ा 'मुर्गा'

रंजीत सिंह कोहली को सेक्स रैकेट चलाने के लिए 'बड़े मुर्गे' की तलाश थी। इसके लिए उसने राजनीतिक महकमे के लोगों से जान-पहचान बढ़ानी शुरू कर दी। इसी दौरान उसकी मुलाकात हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार से हुई। रजिस्ट्रार जब नमाज पढ़ते थे, तो उनसे दोस्ती गांठने के लिए उन्हीं की जुबां में बात करने लगा। मुस्लिम धर्म को अपनाने की बात कही। फिर, उसने कुरआन का अध्ययन करना शुरू कर दिया। इसी दौरान वह सुरजीत की गाड़ी और उसके बॉडीगार्ड का इस्तेमाल करने लगा, जिसके कारण लोग धोखे से उसे अधिकारी समझने लगे।

फर्राटेदार इंग्लिश से करता था इम्प्रेस

रंजीत सिंह कोहली के दिए बयान के मुताबिक, एक दिन वह एनजीओ को आगे बढ़ाने के लिए और झारांड सरकार से काम लेने के लिए मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के पास गया। मंत्री हाजी हुसैन अंसारी को उसने अपना नाम रकीबुल हसन बताया। मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने रकीबुल के लिए कई विागों में सिफारिश की। वह जहां जाता, हाजी हुसैन अंसारी का नाम लेकर जाता था और वहां लोगों को अपनी फर्राटेदार इंग्लिश लैंग्वेज से इप्रेस करता था। फिर, उनका नंबर मांगता था और त्योहारों में गिट पहुंचाता था।

तो मंत्री लड़कियों का शौक रखते हैं !

रंजीत सिंह कोहली को बरियातू के ही एक लड़के से यह जानकारी मिली थी कि झारखंड के हेमंत सरकार के एक मंत्री लड़कियों का शौक राते हैं। इसके बाद रंजीत ने पहले उस मंत्री के यहां रहनेवाले लोगों से संपर्क साधा और उनसे मिलने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद वह मंत्री के आदमियों ने बताया कि वह डीएसपी सुरजीत की गाड़ी और बॉडीगार्ड लेकर मंत्री से मिलने पहुंचा। बाद में बरियातू के जिस युवक ने मंत्री तक पहुंचने का रास्ता दिाया था, उसने उसी का रास्ता बंद कर दिया। क्योंकि, बरियातू के दो लोग लड़कियों के सप्लायर्स थे और कथित तौर पर उस मंत्री के संपर्क में रहते थे।