- युवती पर दरियादिली दिखाते हुए उसे पढ़ने के लिये भेजा था लखनऊ

- कई बार रेप का आरोप, पेट दर्द की शिकायत पर दवा देकर खराब कर दी किडनी

- इलाज के दौरान दम तोड़ा, भाई की तहरीर पर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

LUCKNOW : पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। अय्यूब के खिलाफ मडि़यांव थाने में रेप की एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि चुनाव के दौरान उन्होंने एक गरीब युवती को अपने प्रचार के लिये राजी किया। जिसके बाद दरियादिली दिखाते हुए उसे पढ़ने के लिये लखनऊ भेज दिया। हालांकि, लखनऊ में उन्होंने उस युवती से कई बार रेप किया और दवा देकर उसकी किडनी खराब कर दी। शनिवार को इलाज के दौरान युवती ने दम तोड़ दिया। मृतका के भाई की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली। वहीं, देरशाम शव का पोस्टमार्टम पांच डॉक्टर्स के पैनल से कराया गया और उसकी वीडियोग्राफी भी की गई।

जीतने के बाद कराया एडमिशन

अंबेडकरनगर जिले के अखिरा थानाक्षेत्र निवासी संजय (बदला नाम) के मुताबिक, वर्ष 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान मेंहदावल क्षेत्र से प्रत्याशी व पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। अय्यूब प्रचार करते हुए उनके गांव पहुंचे थे। जहां उन्होंने उसकी बहन अनीता (बदला नाम) से कहा कि वह उनका चुनाव प्रचार करे। अगर वे जीत गए तो उसे पढ़ाई के लिये लखनऊ भेज देंगे। गरीबी में पढ़ाई पर संकट देख अनीता-डॉ। अय्यूब के प्रचार में जुट गई। मतगणना में डॉ। अय्यूब विजयी हुए और उन्होंने वादे के मुताबिक, अनीता का सीतापुर रोड स्थित वोरा इंस्टीट्यूट ऑफ एलाइड साइंसेज में बीएससी नर्सिग में एडमिशन करवा दिया।

हॉस्टल में रहती थी पीडि़ता

संजय के मुताबिक, अनीता एडमिशन के बाद इंस्टीट्यूट के हॉस्टल में रहती थी, इस दौरान डॉ। अय्यूब जब भी लखनऊ आते उसे अपने फ्लैट में बुलाकर रेप करते थे। साथ ही वह अनीता को धमकी देते कि अगर उसने इस बारे में किसी से बताया तो ठीक नहीं होगा। संजय के मुताबिक, हॉस्टल बंद होने के बाद अनीता डॉ। अय्यूब के महानगर स्थित मेट्रो सिटी में उनके फ्लैट में रहती थी। बीते चार महीने से वह मडि़यांव में एक मकान किराये पर लेकर रह रही थी। जब अनीता ने डॉ। अय्यूब को बताया कि उनकी हरकत से उसके पेट में भीषण दर्द होता है, तो उन्होंने उसे दवा लाकर दी। यह दवा खाने से धीरे-धीरे उसकी दोनों किडनी और लीवर खराब होने लगा। जिसके बाद अनीता ने अपनी आपबीती भाई संजय व परिजनों को बताई। जिसके बाद परिजन अनीता को इलाज के लिये कई हॉस्पिटल में दिखाया। पर, हर जगह से जवाब मिलने पर बीती 23 फरवरी को अनीता को इलाज के लिये ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया। जहां शुक्रवार रात उसने दम तोड़ दिया।

चौक कोतवाली से भगाया

अनीता की मौत होने के बाद संजय ने चौक कोतवाली पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की। पर, उसे वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने घटनास्थल मडि़यांव एरिया में होने की बात कहकर भगा दिया। जब इस मामले की भनक एसएसपी मंजिल सैनी को लगी तो उन्होंने मडि़यांव पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिये। जिसके बाद शनिवार शाम संजय की तहरीर पर डॉ। अय्यूब के खिलाफ एफआईआर दर्जर ली।

सीओ-इंस्पेक्टर ने शुरू की जांच

एसएसपी के सख्त होते ही मातहत भी हरकत में आ गए। एफआईआर दर्ज करने के बाद सीओ अलीगंज डॉ। मीनाक्षी सिंह और इंस्पेक्टर मडि़यांव नागेश मिश्र ने मडि़यांव स्थित मृतका के घर का मुआयना किया। इसके अलावा उसके भाई से भी पूछताछ की। सीओ डॉ। मीनाक्षी ने वोरा इंस्टीट्यूट जाकर मृतका के बारे में पूछताछ की। पर, संस्थापक डॉ। नीरज वोरा कोई खास जानकारी नहीं दे सके।

डॉ। अय्यूब न कभी मेरे इंस्टीट्यूट में आए और न ही फोन पर संपर्क किया। युवती का एडमिशन प्रॉपर वे में परिजनों ने कराया था। मुझे तो मीडिया के माध्यम से पता चला कि डॉ। अय्यूब का युवती से संबंध था।

- डॉ नीरज बोरा, संस्थापक, वोरा इंस्टीट्यूट ऑफ एलाइड साइंसेज

मृतका का पोस्टमार्टम पांच डॉक्टर्स के पैनल द्वारा कराया जा रहा है। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। आरोप साबित होने पर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। मीनाक्षी सिंह, सीओ, अलीगंज