-रोहनिया के निजी हॉस्पिटल की घटना, इलाज के लिए भर्ती किशोरी का कम्पाउंडर ने किया रेप

-जांच के बहाने ऑपरेशन थिएटर में दिया घटना को अंजाम, भागने की कोशिश में चढ़ा पुलिस के हत्थे

-हॉस्पिटल संचालक ने पुलिस को इंफॉर्म न करने की दी थी धमकी, मामले की जांच जारी

VARANASI : रोहनिया थाना एरिया में प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती तेरह वर्षीय किशोरी के साथ सोमवार की रात कंपाउंडर ने रेप किया। इसके बाद गंभीर हालत में उसे मंडलीय हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। पुलिस ने आरोपी कंपाउंडर संतोष को अरेस्ट कर लिया है। वह भागने की फिराक में था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बुखार से पीडि़त थी किशोरी

कक्षा छह में पढ़ने वाली यह किशोरी पिछले कुछ दिनों से बुखार से पीडि़त थी। सोमवार को तेज बुखार होने पर उसकी मां उसे लेकर शाम चार बजे चुनार-करसड़ा मार्ग स्थित एक प्राइवेट नर्सिग होम पहुंची। नर्सिग होम के संचालक डा। रामलाल मौर्य ने उसकी हालत को देखते हुए एडमिट करने की सलाह दी। इसके बाद उसकी मां ने उसे एडमिट करा दिया और उसका इलाज शुरू हो गया। इस दौरान मां और मौसी उसकी तीमारदारी में मौजूद रहीं।

जांच के बहाने किया रेप

रात में डॉक्टर के हॉस्पिटल से जाने के बाद मिर्जामुराद का बेनीपुर निवासी संतोष लड़की की मां के पास आया। उसने कुछ जरूरी जांच के लिए किशोरी को ऑपरेशन थिएटर में ले जाने की बात कही। वह मां व मौसी को बाहर बिठाकर किशोरी को साथ लेकर चला गया। थोड़ी देर बाद बालिका के चीखने की आवाज सुनाई दी तो बाहर बैठीं मां व मौसी भागकर अंदर पहुंचीं। वहां का सीन देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बेटी खून से लथपथ होकर तड़प रही थी। दोनों ने शोर मचाते हुए कंपाउंडर को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह उन्हें धक्का देकर भाग निकलने की कोशिश की।

संचालक ने धमकाया

किशोरी की मां और मौसी के साथ नर्सिग होम में भर्ती अन्य मरीजों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। वह आरोपी कंपाउंडर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। हंगामे की जानकारी होने पर नर्सिग होम का संचालक भी भागकर मौके पर पहुंचा। उसने पीडि़ता की मां और मौसी को समझाने की कोशिश की। उनके नहीं मानने पर अलसुबह चार बजे ही किशोरी को डिस्चार्ज कर दिया। संचालक ने धमकी दी कि अगर वे इस मामले को लेकर पुलिस के पास गई तो गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा।

बिछड़ चुका है पिता का साया

मां पीडि़ता को लेकर घर चली गई। घटना से वह सदमे थी। पति के देहांत के बाद वह जैसे तैसे अपने तीन बच्चों का पालन करती हैं। वह सुबह अपनी बेटी को लेकर थाने पहुंची और मामले की जानकारी पुलिस को दी। पीडि़ता के चाचा की तहरीर पर संतोष के खिलाफ दुराचार का मुकदमा दर्ज किया गया। छात्रा को मेडिकल के लिए मंडलीय अस्तपाल भेजा गया। वहां उसकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे एडमिट कर लिया। मामले की जांच के लिए नर्सिग होम पहुंची पुलिस ने संचालक की डिग्री की जांच के लिए सीएमओ को लेटर लिखा है।