- मुंबई एयरपोर्ट पर तस्करों से बरामद विलुप्त प्रजाति के कछुओं को पक्षी विहार झील में छोड़ा गया

- अंतराष्ट्रीय बाजार में एक 15 लाख रुपए बताई जा रही है कछुओं की कीमत

UNNAO: मुम्बई एअरपोर्ट पर पिछले दिनों तस्करों के पास से पकड़े गए विलुप्त प्रजाति के दुर्लभ कछुओं को शुक्रवार को पक्षी विहार की झील में छोड़ दिया गया। कस्टम अधिकारियों ने कछुओं को बरामद करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार को सौंप दिया था। प्रमुख सचिव ने बताया कि इस प्रकार के दुर्लभ कछुए उत्तर प्रदेश की ही झीलों-नदियों में पाए जाते हैं। इसलिए महाराष्ट्र सरकार ने प्रदेश सरकार को इन दुर्लभ जीव जन्तुओं का अस्तित्व बचाने के लिए वापस भेज दिया है।

प्रमुख सचिव, डीएम ने किय मुक्त

बरामद कछुओं को शुक्रवार को प्रमुख सचिव, वन्य एवं वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों के अलावा आयुक्त विशेष सचिव, नोडल अधिकारी, जिलाधिकारी ने मिलकर नवाबगंज पक्षीविहार झील में छोड़ दिया गया। ट्रांसपोर्टेशन सिक्यूरिटी एडमिनिस्ट्रेसन के देश स्तर के एशिया प्रमुख पीटर क्लाइन, भारत के विलुप्त प्राय जीव जन्तु बोर्ड के डायरेक्टर डा। शैलेंद्र सिंह, शिक्षा डायरेक्टर भास्कर दीक्षित एवं सतीश यादव को महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों ने एअरपोर्ट पर तस्करी कर ले जाये जा रहे 375 कछुओं को सौंपा था। दुर्लभ प्रकार के इन कछुओं में प्रत्येक की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 30 हजार रुपये बताई जा रही है। इनमें से 50 कछुओं को शुक्रवार को प्रमुख सचिव वन संजीव शरन, आयुक्त सचिव राजस्व परिषद व जनपद के नोडल अधिकारी धीरज साहू, डीएम सौम्या अग्रवाल, ट्रांसपोर्टेशन सिक्यूरिटी एडमिनिस्ट्रेशन सदस्यों के साथ नवाबगंज पंक्षी विहार झील पहुंचे। जहां उन्होंने सुबह करीब 10 बजे कछुओं को मुक्त कर दिया।

यूपी में ही पाए जाते हैं

इसके बाद जिलाधिकारी एवं वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों ने स्थानीय वाइल्ड लाइफ के कर्मचारियों द्वारा विलुप्त प्राय जीव जंतु संरक्षण के तरीकों को लेकर लगायी गई प्रदर्शनी को भी देखा और समझा। वाइल्ड लाइफ के नियमों के तहत संरक्षित जीव जंतु जहां के होते हैं उन्हें वहां ही छोड़ा जाता है। मुम्बई एअर पोर्ट पर पकड़े गये कछुओं की यह प्रजाति दुर्लभ है। सरकार को सौंपे गये 375 कछुओं में को लखनऊ के कुकरैल वाइल्ड लाइफ सेंटर पर रखा गया था। इस झील की सुरक्षा के लिए कर्मचारियों को जल्द ही बढ़ाया जायेगा ताकि संरक्षित झील में शिकार न होने पाए। इस मौके पर एडीएम, डीएफओ.,चीफ कंजवेटर संजय श्रीवास्तव, वाइल्ड लाइफ नवाबगंज रेंजर रघुनाथ मिश्रा, संजय, अवनीश, मो। जायर, क्षेत्रीय लेखपाल शिवशरण बाजपेई सहित जिला प्रशासन एवं तहसील प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद रहे।