-आधार से लिंक होने वालों को ही राशन देने का है नया प्रावधान

- जिले के 70 फीसदी लोगों के ही राशन कार्ड आधार से हो सके लिंक

BAREILLY:

जिले के 30 फीसदी राशन कार्ड होल्डर्स को सितम्बर से राशन का संकट हो सकता है। क्योंकि, इनके राशन कार्ड अभी तक आधार नम्बर से लिंक नहीं हुए हैं। जबकि, डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिस से इन्हें जल्द से जल्द आधार नम्बर सबमिट करने को कहा जा रहा है। लेकिन अभी तक लोगों ने अपना आधार नम्बर जमा नहीं किया है।

70 परसेंट ही हो सके लिंक

प्रदेश में राशन वितरण में पारदर्शिता के लिए शासन ने सभी राशन कार्ड धारकों के कार्ड को आधार से लिंक करने के निर्देश दिये हैं। शासन से मिले आदेश के बाद जिले करीब साढ़े सात लाख अंत्योदय और पात्र गृहस्थी राशन कार्ड धारकों में से 70 फीसदी लोगों को आधार से जोड़ा जा चुका है। 30 फीसदी लोगों के राशन कार्ड आधार से लिंक होने बाकी है। जबकि, शासन ने हर हाल में सभी राशन कार्ड धारकों को अगस्त तक आधार से जोड़ने और डाटा ऑनलाइन करने के निर्देश दिये थे।

डाटा ऑनलाइन करने में भी दिक्कत

डीएसओ की ओर से आधार मांगे जाने पर भी लोग जमा नहीं कर रहे हैं। जिसकी वजह से डाटा भी ऑनलाइन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में राशन वितरण में भी प्रॉब्लम्स उत्पन्न होनी शुरू हो चुकी है। क्योंकि जहां प्वॉइंट ऑफ सेल बांटी जा चुकी है वहां पर आधार से जुड़े लोगों को ही राशन मिल रहे हैं। बाकी लोगों को काफी परेशानी हो रही है। हालांकि, डीएसओ सीमा त्रिपाठी ने कोटेदारों को यह निर्देश दिये है आधार से नहीं जुड़े लोगों को भी फिलहाल राशन वितरण करें। ताकि, लोगों को राशन को लेकर कोई प्रॉब्लम्स न हो। हालांकि लोगों को यह राहत ज्यादा दिन तक नहीं मिलने वाली है।

तो नहीं मिलेगा राशन

जिले में ग्रामीण क्षेत्र में राशन की 1410 और शहर में 454 दुकानें हैं। 455 दुकानों पर प्वॉइंट ऑफ सेल के जरिए राशन बांटा जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दिनों में राशन प्राप्त करने में किसी प्रकार की प्रॉब्लम्स न हो इसके लिए परिवार के सभी सदस्यों को आधार जमा करना जरूरी है। क्योंकि यदि कोई सदस्य राशन लेने किसी कारणवश नहीं पहुंच सके तो उनकी जगह कोई और दुकान पर जाकर राशन ले सके।

जिले में 70 फीसदी राशन कार्ड धारकों को आधार से जोड़ा जा चुका है। 30 फीसदी लोग अभी बाकी है। जिन लोगों के कार्ड आधार से लिंक नहीं होंगे उनको आने वाले दिनों में राशन प्राप्त करने में दिक्कत हो सकती है।

सीमा त्रिपाठी, डीएसओ