JAMSHEDPUR: 8.भ् लाख करोड़ के मार्केट कैप वाले टाटा समूह के इतिहास में पहली बार किसी चेयरमैन को हटाने से हड़कंप मच गया है। सोमवार को शाम पांच बजे के बाद हुए इस बड़े घटनाक्रम की खबर सार्वजनिक होते ही टाटा स्टील जमशेदपुर व‌र्क्स में भी खलबली मच गयी। मंगलवार की सुबह टाटा स्टील भारत एवं दक्षिण-पूर्व एशिया के प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन मुंबई के लिए रवाना हो गए। मुंबई में रतन टाटा की अध्यक्षता में हुई बैठक में भाग लेकर उनके देर रात जमशेदपुर लौटने की चर्चा है। बताया जा रहा है कि टाटा संस के चेयरमैन पद से साइरस मिस्त्री को हटाने की प्रबंध निदेशक को भी कोई खबर नहीं थी। उन्हें निदेशक मंडली ने इस फैसले से अलग रखा था। एमडी को भी खबरें सार्वजनिक होने के बाद ही इसकी सूचना मिली।

अधिकारियों में खलबली

साइरस मिस्त्री के जाने के बाद अब टाटा स्टील और इसकी अनुषंगियों के उच्च अधिकारियों में खलबली मची हुई है। वीपी व एमडी स्तर के वह अधिकारी जो साइरस मिस्त्री के काफी करीबी माने जा रहे थे, उन्हें बड़े बदलाव का भय सता रहा है। कंपनी में इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कयास लगाया जा रहा है कि चार माह के लिए अंतरिम चेयरमैन बने रतन टाटा समूह को पटरी पर लाने के लिए जल्द ही बड़े फैसले लेंगे। अपने विश्वसनीय पदाधिकारियों को पुन: बड़ी जिम्मेदारी देंगे और कमजोर कड़ी को किनारे करेंगे। इसका असर टाटा स्टील जमशेदपुर और हाल में ही कमीशन हुए टाटा स्टील कलिंगनगर प्लांट पर भी पड़ेगा। दोनों जगह कई उच्च अधिकारियों की जिम्मेदारी बदली जा सकती है।