एक महीने तक टीमों ने 7,39,685 राशन कार्ड का किया सत्यापन

BAREILLY:

बरेली में बड़ी संख्या में अपात्र लोग सस्ता राशन डकार रहे थे। राशन कार्डो के सत्यापन में इसका खुलासा हुआ तो अधिकारी हैरान रह गए। क्योंकि गलत तरीके से कार्ड बनवाने वालों की संख्या 65 हजार से अधिक निकली है। जबकि, अभी 20 प्रतिशत राशन कार्डो के जांच की रिपोर्ट आना बाकी है। ऐसे में फर्जीवाड़ा करने वाले कार्ड होल्डर्स की संख्या बढ़ना तय है। पिछले दिनों कार्ड के सत्यापन का कार्य शुरू हुआ था, तो 3000 लोगों ने खुद को अपात्र बताते हुए कार्ड को सरेंडर कर दिया था। फिलहाल, अधिकारियों का कहना है कि सत्यापन कार्य पूरा होने के बाद यदि कोई अपात्र मिलता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

80 फीसदी सत्यापन रिपोर्ट

3 मई से राशन का‌र्ड्स के सत्यापन की शुरू हुई मुहिम 3 जून को पूरी हो गई है। जिले में हुए 7,39,685 राशन कार्ड के सत्यापन में 65 हजार अपात्र सामने आए हैं। क्षेत्रीय कार्यालय ने 80 फीसदी कार्डो के सत्यापन की रिपोर्ट डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिस को सौंपी है। 20 फीसदी सत्यापन की रिपोर्ट आना बाकी है.ऐसे में पेंडिंग रिपोर्ट कलेक्ट होने पर अपात्रों की संख्या में और इजाफा होने की संभावना हैं। राशन कार्य सत्यापन की रिपोर्ट नेशनल फूड सेफ्टी अथॉरिटी, एनएफएसए की वेबसाइट पर लोड करने के निर्देश कर्मचारियों को दिए गए हैं। इसके अलावा जो भी नए आवेदन आ रहे हैं उसकी डिटेल भी वेबसाइट पर लोड करने के निर्देश दिए गए हैं।

20 तक नए आवेदनों की जांच

अधिकारियों ने बताया कि राशन कार्ड के लिए जो भी नए आवेदन आ रहे हैं। उसकी भी जांच की जाएगी। जांच के बाद सब कुछ सही पाए जाने के बाद भी आवेदन एक्सेप्ट होगा। जिसके बाद राशन कार्ड जारी किए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि नए आवेदनों की जांच 20 जून तक होनी हैं।

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बॉक्स

- 7,39,685 लोगों के जिले में बने थे राशन कार्ड।

- 3 मई से 3 जून तक राशन कार्ड का हुआ सत्यापन।

- 65 हजार अपात्र सत्यापन में आए सामने।

- कुछ ने खुद सामने आकर किया राशन कार्ड सरेंडर।

- 80 फीसदी रिपोर्ट क्षेत्रीय कार्यालयों से आ गई हैं।

- 20 फीसदी सत्यापन रिपोर्ट आनी बाकी।

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सत्यापन का कार्य पूरा हो चुका हैं। अब जो भी पकड़ा जाएगा उससे मार्केट भाव से जुर्माना लगेगा। 80 फीसदी तक रिपोर्ट आ गई हैं। बीच में दो दिन की छुट्टी पड़ जाने की वजह से रिपोर्ट सभी जगहों से नहीं आ पाई हैं।

रामेश्वर, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी